नागपुर: धनगर समाज को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने की मांग को लेकर सोमवार को धनगर समाज संघर्ष समिति की ओर से राज्यभर में आंदोलन किया गया. इस दौरान सांसद विकास महात्मे के नेतृत्व में वर्धा रोड पर डोंगरगांव के पास सुबह चक्काजाम किया गया. समाज के आजीविका का मुख्य साधन बकरियों और भेड़ों को सड़क पर जमाकर ट्राफिक रोका गया. आंदोलनकारियों ने अहिल्यादेवी होलकर की पुण्यतिथि भी रास्ते पर ही मनाई.
इस दौरान काफी देर तक मार्ग पर यातायात अवरुद्ध हो गया. देखते ही देखते वाहनों की लंबी कतार लग गई. हिंगना पुलिस ने समाज के 23 पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया.
आरक्षण के मांग को लेकर राज्यभर में एकसाथ आंदोलन कर समाज ने अपनी ताकत दिखाने का प्रयास किया. इस दौरान सांसद महात्मे ने बताया कि राज्य सरकार ने 4 वर्ष की कालावधि निकलने के बाद भी धनगर आरक्षण पर लिखित सिफारिश का पत्र केंद्र सरकार के पास नहीं भेजा है. इसी सिफारिश का उल्लेख भाजपा ने अपने चुनावी एजेंडे में भी किया था. आरक्षण के संबंध में राज्य सरकार भले ही सकारात्मक हो, लेकिन अब तक केवल आश्वासन के अलावा कुछ भी नहीं मिला है.
…तो इस्तीफा देने को तैयार : सांसद डा. महात्मे
आश्वासन से ही काम नहीं चलने वाला है, जबकि सरकार को कार्यवाही भी करना होगा. तभी समाज के लोग सरकार पर विश्वास करेंगे. उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि मेरे पद से इस्तीफे देने से समाज को आरक्षण मिलता है तो मैं सांसद पद से इस्तीफा देने को भी तैयार हूं. पुलिस ने सांसद डा. महात्मे सहित 23 पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया. आंदोलन में समिति के राज्य सचिव हरीश खुजे, सुभाष बुधे, तुलसीराम आगरकर, विनोद बर्डे, वंदना बर्डे, डॉ. सुनीता महात्मे, मधुकर कालमेघ, मनीष पोरते, शरद उरकुडे, उमेश अवघड, प्रशांत निवांत आदि ने हिस्सा लिया.