नागपुर: सीमेंट सड़क निर्माण के चक्कर में असंख्य वृक्षों का क़त्ल किया गया. यह भी दावा किया गया कि वृक्षों की जगह पर नए वृक्ष लगाने के लिए जगह छोड़ी जाएंगी, लेकिन जगह नहीं छोड़ी गई. सिर्फ सीमेंट के मेढ़ बनाकर ठेकेदारों ने प्रशासन को भ्रमित किया, क्योंकि मनपा प्रशासन ने सड़क निर्माण और पूर्ण होने के दौरान कागजों पर ‘वर्क कम्प्लीशन’ प्रमाणपत्र जारी कर भुगतान कर दिया. यह विडंबना नहीं तो और क्या है.
ज्ञात हो कि शहर में उचित नियोजन के अभाव में द्रुत गति से सीमेंट सड़क निर्माण और चौड़ीकरण का कार्य शबाब पर है. अमूमन सभी के सभी सीमेंट सड़क मनपा प्रशासन के मार्गदर्शन में बनाए जाने जारी है, वह भी बिना नियम-कानून व समीक्षा के. इस वजह से सीमेंट सड़क से नाना प्रकार की दिक्कतें आये-दिन आवाजाही करने वाले झेल रहे हैं.
सड़क किनारे दोनों ओर की नालियां अभी से जवाब देने लगी हैं. सड़क किनारे के विशाल पेड़ों को कटाई करते वक़्त उस जगह पुनः वृक्षारोपण के लिए व्यवस्था करने का वादा एक तरफ प्रशासन और दूसरी तरफ ठेकेदारों ने किया था. लेकिन मनपा प्रशासन ने सीमेंट सड़क निर्माण का पल-पल पर निरिक्षण सिर्फ कागजों पर किया, आज जब वृक्षारोपण के लिए छोड़ी गई जगहों पर वृक्षारोपण करने के उद्देशय से सेवाभावी संस्थाएं कोशिश कर रही हैं तो उन्हें गड्ढे खोदते वक़्त आधा फुट के बाद पक्की सीमेंट की सतह मिल रही. अर्थात मनपा की लापरवाही से सीमेंट सड़क के ठेकदारों ने सारी की सारी जगह सीमेंटीकरण कर दी और दिखावे के लिए वृक्षारोपण हेतु चौखट छोड़ दिया.
उक्त कृत के लिए क्या मनपा प्रशासन जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगी या फिर स्थिति ‘ढाक के तीन पात’ की तरह ही बनी रहेगी.