नागपुर- महालक्ष्मी पूजा के अवसर पर 6 सितम्बर को स्कूलों को छुट्टी घोषित की गयी थी. इस संबंध में विभागीय आयुक्त ने आदेश जारी किए थे. इसी दिन नागपुर और विदर्भ जिले में भारी बारिश हुई थी. जिसके कारण भंडारा रोड स्थित आसोली की के.जॉन पब्लिक स्कुल में सैकड़ो बच्चे पानी में फंस गए थे. उन्हें बड़ी मशक्कत के बाद स्कुल से बाहर निकाला गया था. स्कुल की ओर से विभागीय आयुक्त के आदेश का पालन नहीं किया गया था. छुट्टी घोषित किए जाने के बाद भी स्कुल शुरू रखी.
इस घटना के बाद गट शिक्षणाधिकारी की ओर से 7 सितम्बर को स्कुल को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था. इसके बावजूद स्कुल की ओर से इस नोटिस का कोई जवाब नहीं दिया गया. जिसके बाद 9 सितम्बर को स्कुल के खिलाफ मौदा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की गई है.
शिकायत में कहा गया है की 6 सितम्बर को महालक्ष्मी पूजा की छुट्टी होने के बावजूद भी के. जॉन पब्लिक स्कूल के मैनेजमेंट ने स्कुल नियमित तौर पर शुरू रखी. इस दिन जोरो से बारिश शुरू होने के कारण सामने के मुख्य सड़क पर पानी भर गया था. स्कुल तक बस का पहुंच पाना मुश्किल था. इसलिए स्कुल छूटने के बाद भी करीब 2000 से ज्यादा बच्चे घंटो स्कुल में भूके प्यासे बैठे रहे.
बच्चे घर नहीं पहुंचे तो पालको ने जब छानबीन की तो मामला सामने आया. स्कुल मैनेजमेंट की लापरवाही के कारण पालको ने इसकी शिकायत विभागीय स्तर पर कर दी. कामठी पंचायत समिति के गट शिक्षणाधिकारी कश्यप सावरकर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए 7 सितम्बर तक स्कुल से इसका जवाब माँगा था.
लेकिन समय के बाद भी स्कुल की तरफ से कोई जवाब नहीं आया.जिसके बाद स्कुल की मान्यता रद्द करके इस पर जिला परिषद् शिक्षाधिकारी (माध्यमिक ) के डॉ.शिवलिंग पटवे द्वारा दिए गए आदेशानुसार कामठी पंचायत समिति के गट शिक्षाधिकारी कश्यप सावरकर ने स्कुल की प्रिंसिपल और मैनेजमेंट के खिलाफ मौदा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की है.
