नागपुर : जिले के सावनेर इलाके में 500 और हजार की नोटबंदी के चलते एक प्रतिष्टित नागरिक को आत्महत्या के लिए मजबूर होना पड़ा। सावनेर शहर में कृषि के काम में उपयोग में आने वाली पाइप का व्यवसाय करने वाले 58 वर्षीय अनंत बापट ने रविवार रात अपने घर में फाँसी लगाकर आत्महत्या कर ली। अनंत की लाश में पास से पुलिस ने जो सुसाइड नोट बरामद किया है उसमे उन्होंने नोटबंदी की वजह से उन्हें हो रही परेशानी के चलते आत्महत्या का कदम उठाने की बात कही है। अनंत बापट ने सुसाइड नोट में बिना अपने चार्टेड अकाउंटेंट को बताये पैसे के निवेश की बात का भी जिक्र किया। उनके अनुसार उन्होंने अपने सीए को बिना बताये जिन पैसो का निवेश किया है वह अब बर्बाद हो गया है जिससे वो काफी परेशान है। उन्होंने आत्महत्या के लिए सरकार के फैसले को जिम्मेदार बताया है।
सुसाइड नोट में बाकायदा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम का भी उल्लेख किया गया है। अनंत ने बताया की इस एक फैसले ने उन्हें भारी मुसीबत में डाल दिया है। अनंत की आत्महत्या के बाद उनके बेटे परीक्षित ने पुलिस में एक शिकायत भी दर्ज करायी है जिसमे उन्होंने अपने पिता की मौत के लिए नोटों पर की गयी बंदी को जिम्मेदार ठहराया है। मृत अनंत बापट इलाके के पप्रतिष्टित नागरिक थे। अनंत स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया में बतौर कृषि अधिकारी कार्यरत रहे बाद में नौकरी से वीआरएस लेने के फ़िलहाल वो व्यवसाय कर रहे है। अपने सुसाइड नोट में अनंत ने अपनी संपत्ति और निवेश की जानकारी देते हुए अपने पुत्र को उसके इस्तेमाल का तरीका भी बताया है।