Published On : Mon, Apr 17th, 2017

बंटी शेलके के आंदोलन का आज चौथा दिन, मनपा सेवाओं के निजीकरण के खिलाफ खोला मोर्चा

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Bunty Shelke Hunger Strike
नागपुर:
अपनी विभिन्न माँगो को लेकर कांग्रेस के नगरसेवक बंटी शेलके बीते चार दिनों से आमरण अनशन पर बैठे है। पहली बार नागपुर महानगरपालिका में जनप्रतिनिधी बनकर पहुँचे बंटी शहर में विकासकार्यो के लिए नियुक्त की गई कंपनियों के ख़िलाफ़ मोर्चा खोला है। उनके इस आंदोलन को समर्थन भी मिल रहा।

मनपा में सत्ताधारी बीजेपी की राजनीति से मेल न खाने वाले कई दलों के नेता अनशनस्थल पर पहुँचकर बंटी शेलके का हौसला बढ़ा रहे है। पर ख़ास बात है की शहर में कांग्रेस पार्टी की राजनीति की कमान संभाले शहराध्यक्ष अब तक उनसे मिलने तक नहीं पहुँचे। सदन में नेता प्रतिपक्ष के तौर पर शहराध्यक्ष ने कई बार इन कंपनियों के ख़िलाफ़ मोर्चा खोला,अपनी नाराजगी प्रकट की पर अब जब उन्ही के दल का एक नगरसेवक उन्ही के राजनीतिक मुद्दों को उठा रहा है तो उनकी दुरी समझ से परे है। खुद शेलके ने इस बात की जानकारी देते हुए बताया की शहरध्यक्ष अब तक उनसे मिलने नहीं आये है।

शेलके के मुताबिक वो मनपा द्वारा जनता को उपलब्ध कराई जाने वाली मूलभूत सुविधाओं के निजीकरण के ख़िलाफ़ है। इस कंपनियों पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहाँ की इन निजी कंपनियों की वजह से शहर की व्यवस्थाएं चरमरा गई है। जनता परेशान है उन्हें जब तक न्याय नहीं मिल जाता वो अपने आंदोलन पर डटे रहेंगे। महल स्थित गाँधी गेट पर आंदोलन कर रहे बंटी शेलके की हौसला अफजाई करने आम लोगो के साथ नेता भी पहुँच रहे है। पर उन्हीं की पार्टी के शहर प्रमुख अब तक क्यूँ नहीं पहुँचे यह बात उनकी समझ से भी परे है।