
नागपुर – तहसील के मोहगांव–सावंगी परिसर में खेत के पानी के बंटवारे और पारिवारिक विवाद ने दिल दहला देने वाला रूप ले लिया। बड़े भाई ने छोटे भाई की बेरहमी से गोली मारकर हत्या कर दी और वारदात के बाद शव को नाले के किनारे पेट्रोल डालकर जला दिया, ताकि सबूत मिटाए जा सकें। कलमेश्वर पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जिसने पूछताछ में अपराध स्वीकार कर लिया है।
मृतक की पहचान अरुण रामाजी तुरारे (43), निवासी वार्ड क्रमांक 15, धनगरपुरा, तहसील कलमेश्वर के रूप में हुई है। इस मामले में पुलिस ने बड़े भाई चंद्रशेखर रामाजी तुरारे (53) को गिरफ्तार किया है।
जलते अवशेषों से खुला राज
शनिवार रात करीब 11 बजे वन विभाग की सर्चिंग टीम को चंद्रशेखर और देवेंद्र के खेत के पास नाले की दिशा में जलती वस्तुओं की रोशनी दिखाई दी। मौके पर पहुंचकर जांच करने पर जली हुई मानव हड्डियां और मांस के अवशेष मिले। इसकी तत्काल सूचना कलमेश्वर थाने के प्रभारी मनोज कालबांडे को दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस, फॉरेंसिक टीम और फिंगरप्रिंट विशेषज्ञ घटनास्थल पर पहुंचे और साक्ष्य संकलन किया गया।
पुराने विवाद ने लिया जानलेवा मोड़
पुलिस जांच में सामने आया है कि चार दिन पहले मृतक की बहन लता झिले (हिंगणा) अरुण के पास आई थी। खेत तक जाने के रास्ते को लेकर विवाद हुआ था। नाले के पास जेसीबी से रास्ता बनाए जाने को लेकर दोनों भाइयों और बहन के बीच तीखी बहस हुई थी। पुलिस का मानना है कि यही विवाद हत्या की मुख्य वजह बना।
गुमशुदगी से हत्या तक
शनिवार सुबह अरुण अपनी पत्नी और एक महिला मजदूर के साथ खेत गया था। शाम को पत्नी के लौटने पर खेत में ट्रैक्टर चालू हालत में खड़ा मिला, पास में चप्पलें और खून से सना दुपट्टा पड़ा था। अरुण के नहीं मिलने पर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई, जिसके बाद जांच ने तेजी पकड़ी और सनसनीखेज खुलासा हुआ।
पेट्रोल डालकर शव जलाने की बात कबूल
पुलिस पूछताछ में आरोपी चंद्रशेखर ने 12 बोर बंदूक से दो गोलियां मारकर हत्या करने और शव को नाले में डालकर पेट्रोल से जलाने की बात स्वीकार की है। जांच में घटनास्थल से मिले अवशेष मृतक अरुण के ही होने की पुष्टि हुई है।
परिवार की पृष्ठभूमि
अरुण खेती कर परिवार का पालन-पोषण करता था। उसके दो बेटे 14 वर्षीय तन्मय और 10 वर्षीय सर्वेश हैं। परिवार में तीन भाई और चार बहनें हैं। पिता रामाजी तुरारे का पहले ही निधन हो चुका है। पैतृक साढ़े चार एकड़ जमीन तीनों भाइयों में बंटी हुई थी। आरोपी चंद्रशेखर सीआरपीएफ से तीन वर्ष पहले सेवानिवृत्त हुआ था और वर्तमान में खेती कर रहा था।
तीन वर्षों से चल रहा था विवाद
एफआईआर के अनुसार, पिछले तीन वर्षों से कुएं के पानी, मोटर, पाइपलाइन, खेत के रास्ते और जमीन के बंटवारे को लेकर भाइयों के बीच लगातार विवाद चल रहा था। इस संबंध में पहले भी दो बार पुलिस में शिकायत दर्ज कराई जा चुकी थी।
पुलिस ने मृतक की पत्नी ज्योत्सना अरुण तुरारे (40) की शिकायत पर हत्या और सबूत नष्ट करने का मामला दर्ज कर लिया है। मामले की विस्तृत जांच जारी है।








