रेती लदे वाहनों पर कार्रवाई न करने हेतु 70 हजार की रिश्वत लेते एसीबी ने दबौचा
गोंदिया: अपने लोकसेवक पद का दुरूपयोग करते हुए पकड़े गए रेती लदे ट्रक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई न करने के ऐवज में 70 हजार रूपये रिश्वत की डिमांड करना तिरोड़ा के तहसीलदार को भारी पड़ चुका है। इस प्रकरण में तहसीलदार संजय रामटेके (53 रा. आर.बी. आय कॉलोनी, नागपुर) तथा उसके साथीदार विपील सिद्धार्थ कुंभरे (29 रा. मांडगी त. तुमसर) के खिलाफ तुमसर थाने में जुर्म दर्ज किया गया है।
सूत्रों से प्राप्त जानकारीनुसार भंडारा जिले के ग्राम धारगांव निवासी 25 वर्षीय शिकायतकर्ता यह अपने मालकीयत के ट्रक क्र. एम.एच. 36/ए.ए. 2358 में तुमसर के ग्राम चारगांव घाट से रेती की ढुलाई कर ले जा रहा था, तब तिरोड़ा के तहसीलदार रामटेके ने बोदलकसा जंगल परिसर समीप ट्रक को रोका और ट्रक को सुकड़ी गांव की ओर ले गया तथा अवैध रेती लदे वाहन के खिलाफ कार्रवाई न करने की ऐवज में शिकायतकर्ता से 40 हजार रूपये की मांग की साथ ही उसके मित्र के 2 रेती ट्रकों के लिए 30 हजार रू. की मासिक (मंथली) देने की मांग कर दी।
शिकायतकर्ता यह कुल 70 हजार रूपये के रिश्वत की रकम देने का इच्छुक नहीं था जिसपर उसने एसीबी भंडारा दफ्तर जाकर शिकायत दर्ज करायी। विभाग अधिकारियों ने प्रकरण की जांच की इस दौरान 30 जुलाई को तहसीलदार संजय रामटेके इसे अपने निजी साथी विपील कुंभरे के माध्यम से शिकायतकर्ता से 70 हजार रूपये रिश्वत की राशि स्वीकार करते हुए पाया गया, जिसपर अब दोनों आरोपियों के खिलाफ तुमसर थाने में धारा 7,12 भ्रष्टाचार प्रतिबंधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
उक्त कारवाई पुलिस अधीक्षक रश्मी नांदेड़कर के मार्गदर्शन में अप्पर पुलिस अधीक्षक राजेश बुधलवार तथा श्री माहुलकर साहब के नेतृत्व में एसीबी टीम के पुलिस उपअधीक्षक महेश चाटे, पुलिस निरीक्षक योगेश्वर पारधी, सहा. उपनि. गणेश पड़वार, पो.हवा.संजय कुरंजेकार, सचिन हलमारे, अश्विन गोस्वामी, पराग राऊत, कुणार कडव ने की।
रवि आर्य









