- कार्रवाई से बचने माँगी २००० हजार
- १००० रिश्वत लेने की पुष्टि हुई
वर्धा। एक घरेलू विवाद में कार्रवाई से बचने के एवज में शिकायतकर्ता से हवलदार ने २००० की रिश्वत माँगी. एसीबी की जाँच में १००० रुपये लेने की पुष्टि होने पर वर्धा थाने में रिश्वत लेने का मामला दर्ज किया गया.
प्राप्त जानकारी के अनुसार, शिकायतकर्ता की पत्नी का उसके छोटे भाई की पत्नी के साथ विवाद हो गया. शिकायतकर्ता द्वारा अपनी पत्नी का पक्ष लेने के कारण क्षुब्ध छोटे भाई की पत्नी ने उसके खिलाफ शिकायत दर्ज करवा दी. उक्त शिकायत पुलगाँव पुलिस थाने में दर्ज की गई. जहां सोरटा बीट हवलदार देवीदास कामड़ी को जाँच की जिम्मेदारी मिली. उसने शिकायतकर्ता से १७ दिसम्बर को कार्रवाई से बचने २००० की रिश्वत माँगी. शिकायतकर्ता घबराकर पहले १००० रुपये दे दी और बकाया रकम १८ दिसम्बर को देने की बात कही. शिकायतकर्ता ने शेष रकम न देते हुए वर्धा एसीबी में हवलदार के खिलाफ शिकायत दर्ज करवा दी. उधर शिकायत पाकर १८ दिसम्बर को एसीबी की वर्धा टीम थाने में जाल बिछाकर जाँच की और जैसे ही शिकायतकर्ता से बकाया १००० रुपये स्वीकार करने की बात की पुष्टि होने जाने से एसीबी ने हवलदार के खिलाफ भ्रष्टाचार प्रतिबंधात्मक अधिनियम १९८८ की धारा ७, १५ के तहत वर्धा थाने में मामला दर्ज कर लिया गया.
उक्त कार्यवाही पुलिस उपअधीक्षक अनिल लोखंडे, पुलिस निरीक्षक सारीन दुर्गे, पुलिस निरीक्षक प्रदीप चौगावकर, देशमुख, भल्लारकर, गिरीश कोरडे, नरेन्द्र पारासर, मनीष घोड़े कदम की टीम ने की.
