नागपुर नागपुर जिले के वाकी गांव के पास स्थित द्वारका वॉटर पार्क में रविवार को एक परिवार के साथ मारपीट का मामला सामने आया है। पार्क में तैनात बाउंसरों और सुरक्षा गार्डों द्वारा की गई कथित मारपीट में दो महिलाएं बेहोश हो गईं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
पीड़ित परिवार कामठी का रहने वाला है, जिसमें साक्षी घारोटे, सोनाली शिंदे, विवेक शिंदे, पवन शिंदे और मयूर घाटोले शामिल हैं। ये सभी सुबह पार्क में घूमने पहुंचे थे। शाम करीब 6 बजे, पार्क बंद होने के समय, एक सुरक्षा गार्ड से कहासुनी हुई, जो देखते ही देखते हिंसक झगड़े में बदल गई।
महिलाएं बेहोश, पांच लोगों को कमरे में बंद किया गया
प्रत्यक्षदर्शियों और पीड़ितों के अनुसार, बाउंसरों ने लाठी-डंडों से हमला किया, जिससे साक्षी घारोटे और सोनाली शिंदे बेहोश हो गईं। इसके बाद पांचों पीड़ितों को पार्क के अंदर एक कमरे में बंद कर दिया गया और करीब एक घंटे तक बाहर नहीं निकलने दिया गया।
इस दौरान परिजनों ने खापा पुलिस स्टेशन और डायल 112 पर कॉल किया, लेकिन कोई सहायता नहीं मिली।
एसपी को फोन करने के बाद हरकत में आई पुलिस
जब कोई मदद नहीं मिली तो पवन शिंदे ने नागपुर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक हर्ष पोद्दार को फोन किया और पूरी घटना की जानकारी दी। इसके बाद पुलिस सक्रिय हुई।
आरोप है कि जब पार्क कर्मचारियों को पुलिस कार्रवाई की भनक लगी, तो वे दोनों बेहोश महिलाओं को अपनी गाड़ी (इकोस्पोर्ट) से पाटणसावंगी सरकारी अस्पताल में छोड़कर फरार हो गए। वहां से उन्हें सरकारी एंबुलेंस की मदद से नागपुर के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
शिकायत पाटणसावंगी पुलिस चौकी में दर्ज की गई है।
पहले भी हो चुकी है ऐसी घटना
गौरतलब है कि 2 जनवरी 2019 को भी द्वारका वॉटर पार्क में इसी तरह का मामला सामने आया था, जिसमें युवकों के साथ मारपीट की गई थी। उस समय भी खापा पुलिस पर ढीली कार्रवाई का आरोप लगा था। स्थानीय नेताओं के हस्तक्षेप की वजह से मामला दबा दिया गया था, जिससे पार्क प्रबंधन का मनोबल और बढ़ गया।
खापा पुलिस से सवाल — क्या होगी अब ठोस कार्रवाई?
इस दोहराई जा रही हिंसा ने सार्वजनिक सुरक्षा और पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
खापा पुलिस से अब यह पूछा जा रहा है — जब पहले भी ऐसा हो चुका है, तो द्वारका वॉटर पार्क के खिलाफ अब तक क्या ठोस कार्रवाई की गई है? क्या इसके लाइसेंस पर कोई प्रभाव पड़ेगा? क्या जिम्मेदार बाउंसरों पर आपराधिक मामला दर्ज किया जाएगा?
यह मामला अब जांच के अधीन है।