Published On : Wed, May 30th, 2018

नेत्रहीन होने के बाद भी लक्ष्य को वह साफ देखता था, विपरीत परिस्थिति में ऋषिकेश ने हासिल किए 85.38% मार्क

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Rushikesh Adhaw with his Father

नागपुर: कई विद्यार्थी परीक्षा में फेल होने के बाद या तो निराश हो जाते हैं या फिर अपनी जान से भी खिलवाड़ करते हैं. तो कई ऐसे विद्यार्थी भी होते हैं जो फेल होने पर परिस्थिति को जिम्मेदार ठहराते हुए इसका ठीकरा दुसरों पर फोड़ते हैं. लेकिन आंखे नहीं होने के बावजूद दिव्यांग विद्यार्थी ऋषिकेश अडव ने आर्ट्स में 85.38 % प्रतिशत मार्क्स हासिल किए हैं. ऋषिकेश ऐसे सभी विद्यार्थियों के लिए मिसाल बना है जो विपरीत परिस्थिति में हार मान लेते हैं.

ऋषिकेश के पिता किसान हैं और उसकी माता गृहिणी हैं. वह जन्म से ही देख नहीं सकता. उसे नेशनल ब्लाइंड एसोसिएशन ने पढ़ाई करने के लिए ऑडियो सीडी दी थी. जिसके कारण उसे पढ़ाई करने में और समझने में काफी मदद हुई. ऋषिकेश ने बताया कि उसे उम्मीद 82 % के करीब की थी लेकिन 85 प्रतिशत मिलने से वह काफी खुश है. ऋषिकेश को यूपीएससी की परीक्षा देनी है और वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना आदर्श मानता है.