नागपुर: मंगलवार को राज्य महाराष्ट्र दिन मना रहा है दूसरी तरफ विदर्भ में इस दिन का विरोध भी विदर्भ समर्थकों द्वारा किया गया। राज्य के पूर्व महाधिवक्ता और विदर्भवादी श्रीहरि अणे ने इस दिन को विदर्भ के लिए काला दिन करार दिया है। अणे के मुताबिक इसी दिन हमारी स्वतंत्रता ख़त्म हो गई थी।
1 मई को विदर्भवादियों ने नागपुर के साथ विदर्भ के विभिन्न जिलों में महाराष्ट्र दिन का निषेध कर विदर्भ का झंडा फ़हराया। ऐसे ही आयोजित एक कार्यक्रम में अणे ने भी हिस्सा लिया। अणे ने अलग राज्य के अपने अधिकार को हासिल करने के लिए सभी नागरिकों को साथ आने की अपील भी की। राज्य के पूर्व महाधिवक्ता ने उम्मीद जताई की चुनाव पूर्व विदर्भ राज्य निर्माण को लेकर कोई ठोस पहल हो सकती है। उनके अनुसार अलग निर्माण करने की हिम्मत सिर्फ़ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में है।
शिवसेना सिर्फ हंगामा ही कर सकती है
स्वतंत्र विदर्भ राज्य के विरोध में प्रखरता से अपनी भूमिका रखने वाली पार्टी शिवसेना हमेशा विदर्भवादियों के निशाने पर रही है। सोमवार को महाराष्ट्र राज्य को लेकर आयोजित चर्चा में हुए हंगामे पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए अणे ने कहाँ शिवसेना के पास सिर्फ हंगामा करने भर का काम है। किसी की भूमिका पर आपत्ति होने पर अपने विचारों के माध्यम से उत्तर देने की बजाय उनके द्वारा सिर्फ हंगामा किया जाता रहा है। ये उनकी संस्कृति का हिस्सा है।
