मुंबई: मुंबई में भारतीय जनता पार्टी ने तय किया है कि हम मेयर पद का चुनाव नहीं लड़ेंगे। यह बात महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने एक प्रेस वार्ता के दौरान कही। बता दें कि शनिवार को शाम 6 बजे तक मेयर पद के लिए पर्चा भरा जाना था। फड़नवीस ने कहा कि हम विपक्ष में नहीं बैठेंगे और शिवसेना को समर्थन देंगे।
भाजपा के इस फैसले के बाद यह तय हो गया है कि मुंबई में अब शिवसेना का ही मेयर होगा। फड़नवीस ने कहा कि किसी दल को बहुमत नहीं है ऐसे में हम शिवसेना को समर्थन करते हुए पारदर्शी राजनीति करेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा डिप्टी मेयर के पद के लिए भी भाजपा दावा नहीं करेगी।
बताा दें कि 227 सीटों वाली बृहन्मुंबई नगरपालिका के चुनाव में 84 सीट शिवसेना, 82 सीट भाजपा, 31 सीट कांग्रेस , अन्य 14 सीट और एनसीपी को 9 सीट मिले थे। किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत ना मिलने की दशा में तमाम कयास लगाए जा रहे थे।
राजनीतिक पंडितों का एक वर्ग यह कयास भी लगा रहा था कि कांग्रेस और शिवसेना का गठबंधन हो सकता है। हालांकि कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने कहा था कि शिवसेना के कुछ नेताओं ने हमारे साथ बात की है लेकिन हम किसी ऐसी पार्टी से गठबंधन नहीं करेंगे जो सांप्रदायिकता और जाति के नाम पर राजनीति करती है।
वहीं देवेंद्र फड़नवीस ने शिवसेना को फिर से साथ आने के लिए न्यौता दिया था। उन्होंने कहा था कि शिवसेना चाहे तो साथ आ सकती है, वो अपने मुंह से एक शब्द तक नहीं कहेंगे। आपको बता दें कि 25 साल बाद भाजपा और शिवसेना ने इस बार अलग-अलग चुनाव लड़ा है।
चुनाव प्रचार के दौरान दोनों पार्टियों में काफी कड़वाहट भी देखने को मिली थी। शिवसेना की तरफ से भाजपा को कोबरा और धोखेबाज कहा गया था। फड़नवीस और उद्धव ठाकरे ने चुनाव को प्रतिष्ठा का प्रश्न बनाया हुआ था।