नागपुर टुडे- बाबा दीप सिंह गुरुद्वारा से जुड़े विवादित चुनावी मुद्दे पर चले आ रहे तनाव ने अब गंभीर मोड़ ले लिया है। हत्या के प्रयास के एक मामले में वांछित गुरविंदर सिंह उर्फ गुल्लू ढिल्लन के खिलाफ कार्रवाई तेज करते हुए क्राइम ब्रांच ने मंगलवार को उसके भाई राजविंदर सिंह ढिल्लन को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही, पुलिस विभाग पर राजनीतिक दबाव की आशंका को देखते हुए आयुक्तालय में प्रस्तावित महत्वपूर्ण बैठक को भी रद्द कर दिया गया।
चुनावी रंजिश ने लिया हिंसक रूप
1 अप्रैल को हुए एक बैठक के दौरान गुरुद्वारा चुनाव को लेकर गुल्लू ढिल्लन और प्रतिद्वंद्वी गुट के राजा रंधावा के बीच तीखी झड़प हुई, जो बाद में हाथापाई और हमले में बदल गई। कपिल नगर थाने में दोनों पक्षों के खिलाफ गंभीर धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी। गुल्लू पर हत्या के प्रयास और मारपीट जैसे संगीन आरोप लगे हैं। उसकी आपराधिक पृष्ठभूमि को देखते हुए पुलिस उसकी तलाश में लगातार प्रयासरत है।
राज्य अल्पसंख्यक आयोग का दखल
मामले की गंभीरता को देखते हुए 9 अप्रैल को राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अवर सचिव ने आयोग के अध्यक्ष प्यारे खान के निर्देश पर पुलिस आयुक्त को पत्र भेजा था। इसके तहत 15 अप्रैल को आयुक्तालय में एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई गई थी, जिसमें संबंधित डीसीपी को भी शामिल होना था। हालांकि, जांच पर कथित दबाव की सूचना सामने आने के बाद यह बैठक रद्द कर दी गई।
गिरफ्तारी की कार्रवाई
मंगलवार सुबह से ही अपराध शाखा की यूनिट-5 गुल्लू और उसके साथियों की तलाश में सक्रिय रही। सूचना के आधार पर जब राजविंदर सिंह के महाराजबाग क्लब में मौजूद होने की खबर मिली, तो तुरंत दबिश देकर उसे हिरासत में ले लिया गया। बाद में उसे कपिल नगर थाने को सौंप दिया गया।
संगीन अपराधी की भूमिका
इस प्रकरण में एक कुख्यात अपराधी की भूमिका भी सामने आई है, जिस पर पहले से ही बलात्कार, जबरन वसूली, जमीन पर अवैध कब्जा और धमकाने जैसे कई गंभीर मामले दर्ज हैं। बताया जा रहा है कि इसी अपराधी के अवैध रूप से निर्मित बंगले को क्राइम ब्रांच के तत्कालीन डीसीपी गजानन राजमाने ने गिरा दिया था।
जांच जारी, फरार आरोपियों की तलाश में पुलिस
फिलहाल गुल्लू ढिल्लन और उसके अन्य साथियों की तलाश तेजी से जारी है। पुलिस हर उस कड़ी को जोड़ने की कोशिश कर रही है, जिससे पूरे प्रकरण की सच्चाई सामने आ सके।