भंडारा: राज्य भर में अनेक मुद्दों को लेकर आंदोलन शुरू है , विरोधी दलों के नेता कई आंदोलन में खुद सहभागी हुए है इसी के मद्देनजर मुख्यमंत्री और दोनों मुख्यमंत्रियों ने ‘ शासन आपके द्वार ‘ कार्यक्रम की शुरुवात कर राज्य भर के दौरे शुरू किए हैं।
पूर्व विदर्भ के भंडारा जिले में 20 नवंबर सोमवार को ‘ शासन आपल्या दारी ‘ कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे , उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस , उपमुख्यमंत्री अजित दादा पवार उपस्थित हुए। प्रमुख नेताओं के दौरे को लेकर कार्यक्रम स्थल पर तगड़ा पुलिस बंदोबस्त लगाया गया था , विशेष कर एकनाथ शिंदे के नियोजित दौर में ‘ रोड- शो ‘ का उल्लेख नहीं था और ऐन वक्त पर रोड- शो की जानकारी पुलिस को दी गई जिस पर मुख्यमंत्री के भ्रमण वाले मार्ग पर बंदोबस्त लगाने में खासी मशक्कत करनी पड़ी क्योंकि सड़क पर ‘ फेरी वाले ‘ ( फुटपाथ दुकानदार ) बैठे थे और रोड को क्लियर करवाना पुलिस के लिए किसी कसरत से काम नहीं था।
अजित दादा के भाषण के दौरान कार्यकर्ताओं ने अचानक शुरू किया हंगामा
ट्रिपल इंजन के सरकार मजबूती से काम कर रही है सरकार में सहभागी दलों के बीच कोई मतभेद नहीं है , अनेक लोक लुभावन योजनाओं पर मुख्यमंत्री काम कर रहे हैं लेकिन विरोधी दलों के नेता जनता के उन मुद्दों का भी विरोध कर रहे हैं.
उपमुख्यमंत्री अजित दादा पवार इस प्रकार का वक्तव्य ( भाषण ) दे रहे थे कि उसी वक्त सभा में मौजूद 4 कार्यकर्ताओं ने अचानक उठकर नारेबाजी शुरू कर दी तथा जेब से बैनर पोस्टर निकालकर लहराते हुए ‘ सरकार आपके द्वार ‘ कार्यक्रम का निषेध करते , मंच की ओर बढ़ते हुए नारेबाजी करने लगे , सभा में हंगामा मचा रहे कार्यकर्ताओं को पुलिस ने तुरंत दबोच लिया और सभा स्थल से बाहर ले जाने लगी।
गिरफ्तार कार्यकर्ताओं ने कहा- गौसीखुर्द जलाशय परियोजना निर्माण में हमारा घर गया- हमारी खेती गई लेकिन हमें उचित मुआवजा नहीं मिला , रोजगार (नौकरी ) नहीं मिली , अनेक प्रकल्प ग्रस्तों को अनुदान भी नहीं मिला , क्या कर रही है सरकार ?
हमारी समस्या सुलझाओ , नहीं तो कुर्सी खाली करो ? ऐसा कहते हुए कार्यकर्ताओं ने सभा में जमकर नारेबाजी की ।
पुलिस द्वारा डिटेल किए गए 4 कार्यकर्ता प्रहार संगठन के बताए जा रहे है , जिन्हें फिलहाल थाना कोतवाली में रखा गया है।
रवि आर्य