Published On : Mon, Oct 11th, 2021

WCL ग्रेडिंग में फिर पिछड़ा, अन्य अनुषांगिक कंपनियों का श्रेष्ठ प्रदर्शन

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– वित्त मंत्रालय के अधीन आने वाले लोक उद्यम विभाग (DPE) ने केन्द्रीय सरकारी लोक उद्यमों (CPSE) के कार्य निष्पादन संबंधी वार्षिक रिपोर्ट 2019-20 जारी की है।

कोलकाता/नागपुर- कोल सेक्टर में कोल इंडिया एवं अनुषांगिक कंपनियों की ग्रेडिंग 2018-19 के समान है। वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (डब्ल्यूसीएल) को छोड़कर सीआईएल एवं अन्य अनुषांगिक कंपनियों की ग्रेडिंग एक्सीलेंट है। WCL की ग्रेडिंग वेरी गुड है।

सीआईएल – एक्सीलेंट
बीसीसीएल – एक्सीलेंट
सीसीएल – एक्सीलेंट
सीएमपीडीआई – एक्सीलेंट
ईसीएल – एक्सीलेंट
एमसीएल – एक्सीलेंट
एनसीएल – एक्सीलेंट
एसईसीएल – एक्सीलेंट
डब्ल्यूसीएल – वेरी गुड

याद रहे कि कोल इंडिया देशभर के थर्मल पॉवर प्रकल्पों को बिजली बनाने के लिए सरकारी दरों पर कोयला देती है इसके बावजूद वेकोलि आदि को ऊर्जा विभाग द्वारा औधोगिक दर पर अर्थात ११रुपय प्रति यूनिट के हिसाब से बिजली देती है.कोयले का बाजार भाव 3 से 4 हज़ार रूपए है जबकि पॉवर प्लांटों को 1200 रूपए प्रति टन के हिसाब से देती आ रही.सरकार की कोयला उद्योग के लिए अन्यायकारक नित है.इस मामले पर जल्द ही कोल इंडिया समीक्षा करेगा।