Published On : Tue, Aug 22nd, 2017

बाबासाहब की रिपब्लिकन पार्टी को किया जाएगा पुनर्रोज्जीवित

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नागपुर:
डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर द्वारा स्थापित की गई राजनीतिक पार्टी ‘रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया’ स्वार्थ की राजनीति करनेवालों की भेंट सी चढ़ गई थी. इसके कई टुकड़े कर दिए गए थे। जिसके कारण बाबासाहेब द्वारा बनाई गई रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया को पुनर्रोज्जीवित करने के उद्देश्य से आमदार निवास में रिपब्लिकन कार्यकर्ताओं द्वारा बैठक का आयोजन किया गया था. जिसमें नागपुर समेत, जलगांव, गोंदिया, चंद्रपुर, अमरावती, भंडारा से भी आंबेडकरी विचारधारा के लोग पहुंचे थे.

इस सभा की अध्यक्षता रवि ढोके ने की. इस दौरान सभा में चर्चा की गई कि बाबासाहब की पार्टी इन दिनों विभिन्न गुटों में बंट गई है उसे इन स्वार्थी राजनेताओं के चंगुल से मुक्त कराना है. जिसके बाद लोगों को इस पार्टी से जोड़ना इन रिपब्लिक कार्यकर्ताओं का मुख्य उद्देश्य है. रिपब्लिकन पार्टी को इन स्वार्थी नेताओं से मुक्त कराने के लिए एक समन्यवय समिति की स्थापना की गई है. जिसमें सात सदस्य हैं. हर्षवर्धन ढोके ने इस दौरान मार्गदर्शक के तौर पर अपने विचार यहां रखे.

यह गठित की गई समन्यवय समिति की ओर से महाराष्ट्र के सभी जिलों में जिलाधिकारी को निवेदन दिया जाएगा. जिसमें रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया को इन नेताओं से मुक्त कराने की बात होगी. सभी जिलों के जिलाधिकारी को निवेदन देने के बाद रिपब्लिकन को अपनी निजी जागीर समझनेवाले नेताओ के खिलाफ आंदोलन की शुरुआत की जाएगी. आज आंबेडकर द्वारा बनाई गई पार्टी के 50 ज्यादा गुट बनाए गए हैं. जिसमें कई गुट तो ऐसे हैं, जिनमें 15 से 20 लोग ही हैं. वे भी अपने आपको रिपब्लिकन कहते हैं. सभा में चर्चा की गई कि गुट बनाने की वजह से ही बाबासाहेब के विचारों वाली पार्टी रिपब्लिकन का अस्तित्व समाप्त हो चुका है और ऐसे में यह जिम्मेदारी हम लोगों की है की वे पार्टी की कमान अपने हाथ में लें.

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इस दौरान हर्षवर्धन ढोके, अमित भालेराव, नवीन इंदूरकर, सरिता सातरड़े, सुनंदा इंदूरकर, कीर्ति तिरपुडे, सचिन गजभिये, विकास गेडाम, विलास राऊत, प्रशिक आनंद, रमेश जीवने, जयबुद्ध लोहकरे, जलगांव के धर्मभूषण बागुल, सीमा अलोने, मेघराज काटकर समेत सभी विचारशील कार्यकर्ताओं ने इस आंदोलन को सफल बनाने हेतु अपने अपने विचार सबके सामने रखे.

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