Published On : Tue, Aug 1st, 2017

5 साल के बच्चे ने दिखाई ‘पीरियड्स’ को लेकर जागरूकता!

Advertisement


बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार जल्द ही एक फिल्म में नजर आएंगे, जिसका नाम है पैडमैन. यह फिल्म दरअसल महिलाओं के मासिक धर्म से जुड़ी समस्याओं के बारे में लोगों को जागरूक बनाने के उद्देश्य से बनाई जा रही है, क्योंकि भारत में आज भी मासिक धर्म (पीरियड) को लेकर घरों में खुलकर बात नहीं की जाती. घर में अक्सर भाई या पिता से घर की बेटियां अपने मासिक धर्म की बातें छिपाती हैं और इसीलिए उन्हें होने वाली समस्याओं की तरफ किसी का ध्यान नहीं जाता है. लेकिन सोशल मीडिया पर एक मां ने अपने 5 साल के नन्हे बच्चे के द्वारा बनाया गया चित्र पेश किया जो हम सभी को मासिक धर्म के संवेदनशील मुद्दे पर सोचने पर मजबूर कर देगा.

दरअसल, इस बच्चे ने अपनी मां पेनी की तस्वीर बनाई – एक चेहरा, एक गोल पेट और दो पतली-पतली टांगें… लेकिन जिस बात ने मां का ध्यान आकर्षित किया वह थी इस तस्वीर में प्राइवेट पार्ट्स की जगह बनाया गया लाल निशान. मां ने बच्चे से पूछा कि इस लाल निशान का मतलब क्या है. बच्चे ने बडे ही सहज ढंग से कहा, ‘ये आपके पीरियड हैं मां.’

पेनी को जबसे उनका सबसे छोटा बच्चा हुआ, उन्हें पल्मोनरी एम्बोलिज्म की शिकायत हो गई. इस बीमारी में फेफडों की ओर जाती धमनियों में ब्लॉकेज हो जाता है. जिसको क्लियर करने के लिए खून को पतला करने की दवाइयां दी जाती हैं. नतीजतन, जब पीरियड में खून आता है, वो भी पानी की तरह बहने लगता है. पेनी को पीरियड में बहुत तकलीफ हो जाती थी. कई बार तो ऐसा भी हुआ कि उनका बच्चा टॉयलेट में था और उसकी मौजूदगी में उन्हें बाथरूम में घुसकर खून साफ करना पडता था.

अपनी मां को ऐसे देखकर बच्चा बहत परेशान हो जाता था. एक दिन मां ने अपने बच्चों को पीरियड के बारे में समझाया. जिसके बाद उनका बेटा बार-बार अपनी मां से पूछता रहता कि क्या वो ठीक हैं. पेनी बताती हैं कि उनके बच्चे उनका बहुत खयाल रखते हैं और उन्हें मुसीबत में देखकर परेशान हो जाते हैं.


जब पेनी को मालूम पडा कि ड्रॉइंग में लाल निशान उनके पीरियड को दिखाने के लिए है, उनका दिल भर आया. उन्होंने बच्चे से कहा कि ये बहुत सुंदर है. बच्चे ने कहा, ‘मुझे लगा था तुम्हें ये पसंद आएगा मां.’

इस एक वाकये ने हमें भी यह एहसास दिला दिया है कि हम सभी को इस मुद्दे पर जागरूक होने की जरूरत है. लड़कों को तो छोडिए, हमारे घरों में तो लड़कियों तक को उनके पीरियड आने तक बताया नहीं जाता है कि ये क्या चीज होती है. हममें से कई लड़कियां ऐसी हैं जिन्हें पहली बार अपने अंडरवियर में खून देखकर लगा था कि उन्हें कोई जानलेवा बीमारी हो गई है और अब वो मर जाएंगी. वो बडी हो जाती हैं तो अपने भाई और पिता से अपने पीरियड छिपाती रहती हैं. ऐसे में बेटों को पीरियड के बारे में कुछ भी नहीं पता चलता.

अगर हम बेटियों के साथ-साथ बेटों को भी पीरियड के बारे में बता दें तो अपनी बहनों, दोस्तों और माओं के प्रति उनको ज्यादा समझदार और संवेदनशील बना पाएंगे.