अल्पसंख्यक स्कुलों में खाली पड़ी जगह भरी जाए
अचलपुर (अमरावती)। महाराष्ट्र राज्य में अल्पसंख्यक संस्थाओं का हाल इस कदर बिगड़ चुका है कि विद्यार्थियों को काफी परेशानी उठानी पड रही है. उर्दु स्कुलों में शिक्षकों की कमी, विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप मंजूर होने के बाद भी प्राप्त नही हो रही है. अल्पसंख्यक संस्थाओं में कई प्रकार से समस्याए बढ़ रही है. जिसके कारण शिक्षा का दर्जा गिरता जा रहा है.
उर्दु और अल्पसंख्यक संस्थाओं के विषय पर हाल ही में अखिल महाराष्ट्र उर्दु शिक्षक संघटना अमरावती के क्षेत्रीय अध्यक्ष अब्दुल हादी ने राज्य के अल्पसंख्यक मंत्री एकनाथ खडसे से मंत्रालय में मुलाकात के दौरान विभिन्न मांगे रखी है. महाराष्ट्र राज्य के जिला परिषद उर्दु माध्यमिक और जिला परिषद ज्युनियर कॉलेज, सरकारी डी.एड. कॉलेजों में बहुत सारे शिक्षकों के पद खाली पडे है. जिसके कारण अल्पसंख्यक शिक्षक संस्थानों में विद्यार्थियों को शैक्षणिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है.
खाली पड़े शिक्षकों के पद पर नियुक्तियां करने बात एकनाथ खडसे को बताई. उसी प्रकार राज्य में मुस्लिम के अलावा सिख, जैन, बौद्ध, और क्रिस्चन अल्पसंख्यक विद्यार्थि भी अल्पसंख्यक संस्थाओं में शिक्षा पूरी कर रह है. इन्हें कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड रहा है. इनकी समस्या हल करने के लिए प्रत्येक जिले में अल्पसंख्यक विभाग की स्थापना की जानी चाहिए. ताकि अल्पसंख्यक विद्यार्थियों की समस्या आसानी से हल हो सके और उर्दु स्कूलों की जाँच के लिए उर्दु अधिकारी की नियुक्ती की जाए. इससे उर्दु का दर्जा बढ़ सकें.
सन 2011-12, 2012-13 में अल्पसंख्यक विद्यार्थियों को मंजूर हुयी. परंतु 50 प्रतिशत विद्यार्थियों के बैंक खाते में यह रक्कम जमा नही हुयी. उर्दु स्कूलों और अल्पसंख्यक विद्यार्थियों की समस्या को सरकार तुरंत हल करें इस प्रकार की मांग अखिल महाराष्ट्र उर्दू शिक्षक संघटना के अमरावती जिला अध्यक्ष अब्दुल हादी ने अल्पसंख्यक मंत्री एकनाथ खडसे से की है. मंत्री एकनाथ खडसे ने विश्वास दिलाया की इस पर कदम उठाया जाएंगा. निवेदन देने वालों में ऑल इंडिया मुस्लिम ओबीसी ऑर्गनाईजेशन के जिला अध्यक्ष मो. राजीक, मो. शरीफ अंसारी, उपाध्यक्ष मो. बाकिर अंसारी आदि उपस्थित थे.