
न्यायमूर्ति मनमोहन के समक्ष शशि थरूर ने दायर मानहानि मामले में कहा कि अर्नब गोस्वामी के वकील ने 29 मई को आश्वासन दिया था कि उनके खिलाफ गलत भाषा का प्रयोग नहीं किया जाएगा बावजूद इसके समाचारों में उनकी प्रतिष्ठा खराब करने व मानहानि पूर्ण तथ्य दिखाए जा रहे है।
अदालत ने अर्नब व चैनल को नोटिस जारी करते हुए कहा आपको याची की चुप्पी के अधिकार का सम्मान करना चाहिए। थरूर की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता सलमान खुर्शीद ने कहा कि अदालत को अर्नब व चैनल को सुनंदा पुष्कर की हत्या का उल्लेख करने से रोकना चाहिए। अभी तक यह साबित नहीं हुआ है कि यह हत्या का मामला है।









