आक्रमक हुए प्रहारियों ने दिया ठिया
अमरावती। संतप्त प्रहार कार्यकर्ता ने सोमवार को जिप निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता व उपकार्यकारी अभियंता पर काम में कोताही बरतने का आरोप कर दोनों के कक्ष से कुर्सियां बाहर फेंक दी. वलगांव पीएचसी हेतु 3.29 करोड़ की निधि प्राप्त होने के बावजूद 7 महिनों से फाईल धूल खां रही है, जबकि दूसरी ओर मरीज खुले में इलाज करने मजबूर होने से संतप्त इन कार्यकर्ताओं ने दोनों अधिकारियों समेत उपविभागीय कार्यकारी अभियंता की भी कुर्सी फेंककर ठिय्या आंदोलन दिया.
कमीशन का लगाया आरोप
प्रहार जिलाध्यक्ष छोटू महाराज वसू कार्यकर्ताओं के साथ सोमवार की दोपहर जिप के निर्माण विभाग पहुंचे. जहां कार्यकारी अभियंता पी.जी.भागवत के साथ उप कार्यकारी अभियंता पी.आर.वरेकर व उपविभागीय अभियंता व्यवहारे भी अनुपस्थित दिखाई दिये. पूछे जाने पर लंच टाईम का नाम बताया गया. जिससे संतप्त हुए छोटू वसू ने आनन फानन में तीनों अधिकारियों की कुर्सियां कैबीन के बाहर फेक दी. प्रहार कार्यकर्ताओं ने अभियंता भागवत के कैबीन में ठिय्या आंदोलन किया.
करोड़ों के प्रस्ताव प्रलबिंत
इस दौरान वसू ने आरोप लगाते कहा कि जो ठेकेदार कमीशन देते है उनकी फाईल क्लीयर हो जाती है लेकिन जो ठेकेदार कमीशन नहीं देते, वह फाईल महिनों तक वैसे ही धूल खांती है. जनवरी माह में जिला नियोजन समिति की बैठक में वलगांव पीएचसी के लिए 3.29 करोड़ रुपये की निधि मंजूर की. 7 माह से अधिकारी केवल डिसमेंटल की प्रक्रिया ही पूर्ण कर रहे है. जबकि पीएचसी पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है. बारिश के दिनों में डिलेवरी करना असंभव है, लेकिन निर्माण विभाग सुस्त पडा है. उन्होंने कहा कि अधिकारी-कर्मचारियों का लंच टाईम 1 घंटे का होता है बावजूद इसके अधिकारी दोपहर 1 से बजे 3 बजे तक गायब रहते है. जबकि कर्मचारियों को जिप में ही भोजन करना पडता है. कर्मचारियों को अधिकारियों की मनमानी सहन करनी पडती है.
वर्ना फूंकेंगे कुसिर्या
घंटों तक राह देखने के बावजूद तीनों अधिकारियों में से एक भी अधिकारी उपस्थित नहीं हुआ, जिससे प्रहारियों ने अधिकारी अनुउपस्थित नहीं रहने से कुसियां फूंकने की चेतावनी प्रशासन को दी. इस बीच कुछ अभियंता वहां पहुंचे, जिनसे कार्यकर्ताओं ने चर्चा की, जिसमें पीएचसी का काम जल्द से जल्द करने की मांग की गई.