वर्धा। महात्मा गांधी ग्रामीण अौद्योगिकरण संस्थान के जैव प्रसंस्करण एवं जड़ी- बूटी विभाग द्वारा विकसीत मानव केश से निर्मित अमिनो एसीड पर उद्यमिता विकास हेतु प्रशिक्षण कार्यक्रम 15 दिसंबर 2014 को प्रारंभ हुआ. यह पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम मध्यप्रदेश खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा प्रायोजित है जिसमें मध्यप्रदेश के अलग-अलग जिलों से आये प्रशिक्षणार्थी भाग ले रहे है.
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन 15 दिसंबर को मप्र एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के उपनिदेशक वी.एच. चिद्दार ने महात्मा गांधी की तस्वीर पर सुतमाला अर्पित कर एवं दीप प्रज्वलन कर किया. इस अवसर पर जै. प्र. एवं ज. बू. विभाग के उपनिदेशक डॉ. कर्मराज यादव ने मानव केश से निर्मित अमीनों एसीड के संबंध में जानकारी देते हुए बताया की यह उत्पाद पौधो की वृद्धि हेतु अत्यंत उपयोगी है एवं इसका उपयोग हर प्रकार से तकनिकी सहयोग करने हेतु तत्पर है. उद्घाटन समारंभ के प्रमुख अतिथी चिद्दार ने प्रशिक्षणाथियों को प्रशिक्षण पश्चात उद्योग स्थापित करने में भी मध्यप्रदेश शासन की विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत वित्तिय सहयोग करने का आश्वासन दिया.
इसी कार्यक्रम में एमगिरी के शिल्प तथा अभीयांत्रिकी विभाग द्वारा वर्धा जिले के कुम्भकार वर्ग हेतु टेराकोटा तकनीक से आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम का भी उद्घाटन हुआ जिसकी जानकारी विभाग के उपनिदेशक वेंकटराव ने दी. उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता संस्थान के कार्यालय प्रमुख डॉ. मनोरंजन पटनायक ने की. कार्यक्रम का संचालन जयकिशोर छांगणी ने तथा आभार प्रदर्शन डॉ. आदर्श अग्निहोत्री ने किया. प्रशिक्षण को सफल बनाने हेतु निलेश काटेकर अथक प्रयास कर रहे है.