Published On : Tue, Dec 16th, 2014

नागपुर : प्रातः कालीन संगीत सभा ‘ब्रम्हनाद’ को दर्शकों का भारी प्रतिसाद

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अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त कबीर गायक पद्मश्री भारती बंधु के भजन से दर्शक मंत्रमुग्ध

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नागपुर।
दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, नागपुर द्वारा प्रारंभ किये गए श्रृंख़लाबद्ध मासिक प्रातः कालीन संगीत सभा  ‘ब्रम्हनाद’ में दर्शकों की लक्षणीय उपस्थिती थी. इन संगीत सभा में रायपुर(छ.ग)  पधारे सुप्रसिद्ध कबीर भजन गायक पद्मश्री भारती बंधु के भजन गायन से श्रोता मंत्रमुग्ध हुए है.

द.म.क्षे.सां.केंद्र, नागपुर द्वारा 14 दिसंबर को आयोजित ‘ब्रम्हनाद’ कार्यक्रम में अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त कबीर भजन गायक पद्मश्री भारती बंधु और उनके सहकलाकार के से संपन्न हुआ. इस कार्यक्रम का उद्घाटन महाराष्ट्र राज्य के मुख्य सचिव स्वाधीन क्षत्रिय, अंजना क्षत्रिय एवं विभागीय आयुक्त अनुपकुमार तथा लीना अनुपकुमार इनके द्वारा पारम्पारिक दीप प्रज्वलित कर किया गया. अतिथियों ने कलाकारों को पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया. इस अवसर पर केंद्र निदेशक डॉ. पियूष कुमार और संगीता पियुष कुमार उपस्थित थे.

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कबीर बधुओं ने कार्यक्रम का शुभारंभ ‘ मनलागो मेरों यार फकीरी में’ इस भजन से किया, पश्चात ‘जरा धीरे गाडी हांको मोरे राम’ यह भजन प्रस्तुत किया. दर्शकों के मांग पर ‘झीनी चदरिया’ प्रस्तुत की. अपने कार्यक्रम का समापन ‘भजन में लागे रहना भाई’ इस सुप्रसिद्ध भजन से किया गया.

भारती बंधु अपनी स्वयं की अनोखी कबीर गायक शैली के कारण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्यातिप्राप्त है. आपने देश विदेशों में आपके गायन से मंत्रमुग्ध किया है. विगत 45 वर्षो से भक्ती संगीत  समर्पित है. आपने कबीर गायन के 6000 से भी अधिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये है. आपको अनेक राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है. जिसमें 2013 में प्राप्त ‘पद्मश्री पुरस्कार’ का समावेश है. आपको कार्यक्रम में श्री विवेकानंद भारती, भूषण भारती, सानिध्य भारती, रुद्राक्ष भारती,पावसानंद भारती,एवं मुक्तनंद भारती, ने साथ संगत की. लघभग दो घंटे से अधिक चले इस कार्यक्रम में स्थानीय कलाकार,कला समीक्षक,कला प्रेमी सुबह की ठंड में भी बड़ी संख्या में उपस्थित थे. कार्यक्रम का संचालन श्वेता शेलगांवकर ने किया.

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इस अवसर पर उपनिदेशिका स्मिता राव, कार्यक्रम अधिकारी दिपक कुलकर्णी, प्रेम स्वरूप तिवारी, केंद्र सभी अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे. रसिक दर्शकों के प्रतिसाद एवं सहयोग से ही यह प्रातः कालीन संगीत सभा आयोजित करना संभव हो रहा है. आनेवाले सभी सभाओं को दर्शक प्रतिसाद देंगे ऐसा विशवास द.म.क्षे.सां.केंद्र, निदेशिक डॉ. पियूष कुमार ने व्यक्त किया है.

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