Published On : Wed, Aug 23rd, 2017

गणेशोत्सव से पहले ही गांधीसागर तालाब का विसर्जन टैंक लीक

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नागपुर: गांधीसागर तालाब के पास ही गणेश विसर्जन करने के लिए विसर्जन टैंक बनाया जा रहा है. जिसकी लागत करीब 95 लाख रुपए है. यह टैंक इसलिए बनाया गया है कि मूर्तियों के विसर्जन से गांधीसागर तालाब गंदा न हो. लेकिन अभी गणेश चतुर्थी के लिए दो दिन का ही समय बचा है और ऐसे में टैंक की दीवारों में लीकेज हो चुका है. जिसके कारण इसमें भरा हुआ पानी कई जगहों से बाहर निकल रहा है. हालांकि इसका निर्माणकार्य अभी भी चल रहा है. पानी लीक होने के कारण यहां मनपा के इंजीनियर मोहम्मद इसराइल भी पहुंच चुके थे. 95 लाख रुपए खर्च कर यह टैंक बनाया जा रहा है. लेकिन काम काफी धीमी गति से होने के कारण और गणेश चतुर्थी पास आने की वजह से इस काम में बड़े प्रमाण में लापरवाही हुई है. साथ ही इसके निर्माण कार्य को लेकर घटिया माल इस्तेमाल करने को भी नकारा नहीं जा सकता. पहले ही इस विसर्जन टैंक को लेकर मनपा के कई वरिष्ठ अधिकारी अपनी नाराजगी जता चुके थे. लेकिन बावजूद इसके 2016 में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गई थी. तालाब के अंदर विसर्जन टैंक का भी कई सामाजिक संस्थाओ ने विरोध किया था, बावजूद इसके यह बनाया गया है.

टैंक की स्थिति के बारे में जब बुधवार को सुबह मनपा के इंजीनियर मोहम्मद इजराइल से बात की गई तो उन्होंने बताया कि टैंक 26 तारीख तक बनकर तैयार हो जाएगा और बड़ी मूर्तियों के विसर्जन से पहले यह नागरिकों के लिए शुरू कर दिया जाएगा. उनसे जब पूछा गया कि पानी लीक और हाइड्रोटेस्टिंग की जांच हो गई क्या तो उन्होंने बताया कि हाइड्रोटेस्टिंग पीने के पानी की टंकियों के लिए होता है. इसमें ऐसा कुछ भी नहीं है. गांधीसागर तालाब में बननेवाले टैंक के लिए सभी दिन रात मेहनत कर रहे हैं और 26 अगस्त तक काम पूरा हो जाएगा. इससे पता चलता है कि उन्हें लीकेज के बारे में कोई भी जानकारी नहीं थी. जब वे टैंक के पास पहुंचे और उन्होंने लीकेज देखे तब उन्होंने इस सन्दर्भ में कोई भी जवाब नहीं दिया. जब उनसे संपर्क करने की कोशिश की गई तो उन्होंने फ़ोन ही नहीं उठाया.

टैंक लीकेज होने से अब इसे फिर से दुरुस्त करना होगा. इसके लिए ग्राउटिंग करने की जरूरत होगी. जिसके बाद टैंक में फिर से पानी भरना होगा और उसके बाद लीकेज चेक करना होगा. इस काम के लिए करीब एक सप्ताह और लग सकता है.