यवतमाल। राज्य एवं संभाग स्तर के वरिष्ठ पुलिस अधिकारीयों ने जिला स्तर के आला पुलिस अधिकारीयों से 18 वर्ष के भीतर के नाबालिग आरोपीयों की सूचि जिले के हर थाने से बुलाई है. इन आरोपीयों की सूचि फिलहाल थाना स्तर पर ही बनी हुई नही है. जिससे थानेदार और संबधित कर्मचारीयों को यह सूचि बनाने के लिए ज्यादा मेहनत करने की जरूरत है.
अबतक इस प्रकार की सूचि कभी बुलाई नही गई थी. जिससे नाबालिग का अलग से रेकार्ड कभी भी रखा नही गया. नाही इस बात को गंभीरता से लिया गया था. मगर अब अपराधियों के जड़ पर ही वार करने का नजरीया या उन्हे सही रास्ते पर लाने के लिए गंभीरता से सोचा जा रहा है. जिसके चलते यह लिस्ट निकालना शुरू किया गया है. वैसे भी अपराधी विशेषज्ञों का मानना है कि समय पर ही इन लोगों पर नकेल कसी जाए तो बडे अपराधी बनने से बखुबी से रोका जा सकता है. पुलिस का अभयदानही आरोपीयों में गुनाह करने की शक्ती बढाता है. इसलिए ऐसी सूची जमा की जा रही है. यह सूचि बनने के लिए और 10 से 15 दिन का समय लग सकता है. इस बारे में जिला पुलिस अधिक्षक संजय दराडे ने एलसीबी के पुलिस निरिक्षक पुज्जलवार को बुलाकर सभी स्थानों से यह सुची मंगाने के निर्देेश दिए है. उन्होने यह निर्देश सभी थानेदारों को भेज दिया है. जिससे अब बाल अपराध के उपर विशेष काम करने की मंशा सामने आ रही है. यह अगर पहलेही हो गया होता तो आज जो बडे अपराधी पुलिस को चुनौतीयां दे रहे वे पहलेही नियंत्रण में रहते थे. सभी थानेदार इस काम में लग गए है. जिससे यह सूचि बनने में ज्यादा समय नही लग पाएगा.
