अकोला। इन्सान स्वार्थ और लालच में इतना अंधा हो जाता है कि उसे अपने सगे रिश्ते भी पराए नजर आने लगते है. और गुस्से में विवेकहीन होकर वह हत्या जैसा अपराध कर बैठता है. जिससे एक ओर जहां मौत का मातम छा जाता है वही दूसरी ओर हत्या करने वाला परिवार भी पूरी तरह से बर्बाद हो जाता है. यही नजारा तेल्हारा तहसील अंतर्गत आने वाले माले मालपुरा गांव में नजर आया. जहां मात्र दो एकड खेती के लिए एक ही परिवार के लिए एक के चार लोगो की गला काटकर हत्या की वारदात ने पूरे जिले को दहाल दिया है. इस वारदात के बाद अकोट पुलिस ने हत्या करने वाले चारों आरोपीयों को गिरफ्तार कर लिया है. हिवरखेड निवासी बाबूराव सुखदेव चरहाटे (59), धनराज सुखदेव चरहाटे (50), शुभम धनराज चरहाटे (25), गौरव धनराज चरहाटे (20) मृतक है.
जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी देर रात तक घटनास्थल मालपुरा में डटे हुए थे. हिवरखेड पुलिस थानांतर आने लगभग 150 की आबादी वाला गांव है. जहां सुखदेव चNहाटे का परिवार रहता है. परिवार में दो लडके तथा चार लडकियां है, उनके पास 30 एकड खेती है. बाबुराव चरहाटे व धनराज चरहाटे यह दो भाई यह खेती करते हैं. उनकी बहन द्वारका उर्फ़ उज्वला हरिभाऊ तेलगोटे अपने भाईयों से खेत में हिस्सा मांग रही थी. यह विवाद बढने के कारण फिलहाल मामला न्यायालय में विचाराधीन है. रविवार दोपहर 3 बजे अकोट के राहुल नगर निवासी बाबूराव चरहाटे के बहनोई हरिभाऊ राजाराम तेलगोटे, बहन उज्वला तेलगोटे, पुत्र श्याम तथा मंगेश तेलगोटे अकोट से सफ़ेद रंग के एक आटो रिक्शा से मालपुरा पहुंचे वहां आरोपियों ने चरहाटे परिवार से विवाद कर एक बार फिर उनसे खेत में हिस्सा मांगा. चरहाटे परिवार ने यह कहते हुए बंटवारे से इन्कार किया कि मामला न्यायप्रविष्ठ.
न्यायालय जो फैसला सुनाएगा उस हिसाब से अगली कार्रवाई होगी. लेकिन इस उत्तर से असंतुष्ट तेलगोटे परिवार ने गुस्से में आकर एकाएक कुल्हाडी, गुप्ती व हंसिए से मालपुरा के पंचशील ध्वज के समीप उनपर हमला कर दिया. इस हमले में तीन लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई जबकि चौथे को रास्ते पर मारा गया. मृतकों में बाबूराव चरहाटे, छोटे भाई धनराज चरहाटे एवं धनराज चरहाटे के दोनों बेटे गौरव व शुभम का समावेश है. वारदात के बाद उसी आटो से अकोट लौटे आरोपियों को अकोट पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. रात 9 बजे तक मृतकों के शव घटनास्थल पर ही पडे थे. जहां पुलिस अधीक्षक चंद्रकिशोर मीणा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निकेश खाटमोडे पाटील, तहसीलदार सचिन पाटिल, हिवरखेड के पुलिस निरीक्षक भास्कर तंवर, तेल्हारा के उपनिरीक्षक रामभाऊ भास्कर समेत वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों द्वारा जांच पडताल की जा रही थी. आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद गांव में तनावपूर्ण शांति बनी हुई है.