नागपुर : आगामी माह २८ अक्टूबर को मंडल चुनाव होने जा रहा है. अबतक ९००० के आसपास सदस्य थे. पिछले ३ माह से सदस्यता अभियान शुरू था, आगामी चुनाव के मद्देनज़र सदस्यों की संख्या १००४५ हो गई, जिसे वर्तमान कार्यकारिणी ने मंजूरी भी प्रदान कर दी. इस चुनाव में स्वस्तिक, तराजू, कलश और बाल्टी पैनल अपनी किस्मत एकल या फिर गठबंधन की राजनीत के तहत चुनावी जंग में नज़र आएंगी.
यह भी कड़वा सत्य है कि आगामी चुनाव पूर्व भले ही १००४५ सदस्य बनाये गए लेकिन जब चुनावी प्रक्रिया के तहत वोटिंग होंगी,जिसमें २७ पदों के लिए अधिकतम ६५% वोट ही डाले जाएंगे. बहुमत पाने वाले गुट से मनोनीत ८ सदस्यों का चयन किया जाएगा. समाज में चल रहे वर्तमान परिदृश्य से अनुमान लगाया रहा हैं कि मंडल पर एक गुट का कब्ज़ा नामुमकिन है. चुनाव पूर्व दो-तीन गुट एकमत होकर चुनावी जंग में कूदेंगे.
उल्लेखनीय यह है कि नागपुर में पिछले ५-६ दशक से स्थानीय अग्रवाल समाज संयुक्त रूप से एकमंच पर आकर अग्रसेन जयंती हर्षोल्लास से मनाता आ रहा था. लेकिन इस वर्ष समाज की अध्यक्षा और समाज में प्रस्थापित मेहाडिया गुट आयोजन को लेकर भिड़ गए थे.
२७ सितम्बर की कार्यकारिणी की बैठक में मेहाडिया गुट के स्वागताध्यक्ष ने सर्वसम्मति से अपना नाम वापिस ले लिया।ताकि समाज के बाहर गलत संदेशा न जाए. विभाजन की राजनीत समाज में जगह न ले,समाज में महिलाओं का सम्मान सर्वोपरि रहे.वर्त्तमान कार्यकारिणी ने जानकारी दी कि इस बार चुनावी वर्ष होने से जयंती आकर्षक रहेंगी,अग्रसेन जयंती आगामी ६ से १० अक्टूबर तक बड़े धूमधाम से मनाया जाएगा.