Published On : Wed, May 23rd, 2018

Video: डमी सॉफ्टवेयर और फेक आईडी के सहारे रेल टिकिट का एजेंट खेल रहे खेल

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Rail Ticket Agent Arrested

नागपुर:आरपीएफ द्वारा लगातार की गई कार्रवाई की वजह से नागपुर में रेल टिकिटों की धाँधली का बड़ा खुलासा हुआ है। मंगलवार को की गई एक और कार्रवाई में 1 लाख 76 हज़ार 680 रूपए की ई टिकिट बरामद हुई है। मध्य रेल नागपुर मंडल और दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे द्वारा खामला की सिंधी कॉलोनी स्थित श्रीराम टूर्स एंड ट्रैवल्स के संचालक आरोपी जितेंद्र वासवानी के पास से 20 फर्जी आईडी भी बरामद। बुधवार को दोनों मंडलों के आरपीएफ आयुक्त ने संयुक्त पत्र परिषद लेकर कार्रवाई की जानकारी दी।

मध्य रेल के आरपीएफ आयुक्त ज्योति कुमार सतीजा ने बताया की लगातार की गई तीनो कार्रवाई में आरोपी आईआरसीटीसी के अधिकृत एजेंट शामिल थे। ये एजेंट फर्जी आईडी के दम पर बल्क में प्रीमियम तत्काल की टिकिट बनाते थे और फिर मनचाहे दाम में जरुरतमंद यात्रियों को बेच देते थे। सतीजा के मुताबिक जाली ई टिकिट का कारोबार सिर्फ नागपुर में करोडो का हो सकता है। एक खास अभियान चलाकर अब इस मामले में लिप्त एजेंट को बेनकाब किया जाएगा।

आरपीएफ ने जिन तीन एजेंट के ख़िलाफ़ कार्रवाई की है उनका लाइसेंस रद्द करने के संबंध में आईआरसीटी से निवेदन किया गया है। नागपुर में ई टिकिटों की धाँधली में रेलवे के कुछ अधिकारी और कर्मचारियों पर भी शक की सुई घूम रही है। दोनों मंडलों के आरपीएफ आयुक्तों ने बताया की पुलिस गिरफ़्त में लिए गए आरोपियों के फ़ोन की सीडीआर रिपोर्ट निकाल रही है जिसमें आरोपी से संबंध रखने वाले अन्य लोगों की जानकारी सामने आने की उम्मीद है। ई टिकिटों को लेकर धाँधली का सामने आना कोई नई बात नहीं है। नागपुर में पकड़े गए आरोपी आईआरसीटीसी में हासिल अधिकृत आईडी के अलावा डमी सॉफ्टवेयर की मदत से टिकिट का कालाबाज़ार कर रहे थे।

पत्र परिषद में सतीजा के अलावा दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के सुरक्षा आयुक्त आशुतोष पाण्डेय भी मौजूद थे।