नागपुर: शहर के सेमिनरी हिल्स परिसर स्थित एमईसीएल (मिनरल एक्सप्लोरेशन कारपोरेशन लिमिटेड ) मुख्य कार्यालय के बाहर नौकरी पर दोबारा रखने की मांग को लेकर देश बड़ी तादाद में मजदूर वर्ग के कर्मचारी इट्ठा हुए। ऐसा पहली बार है जब इतनी बड़ी संख्या में कर्मचारियों की इतनी बड़ी संख्या में भीड़ नहीं देखी गई। मंगलवार को यहां तमिलनाडु, महाराष्ट्र, केरल, पंजाब,राजस्थान, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा समेत देश भर से बड़े पैमाने पर कर्मचारी मौजूद थे। दरअसल यह कर्मी एमईसीएल में 1982 में नौकरी पर लगे थे। लेकिन पूरे दस साल ड्यूटी करने के बाद 1992 में दो हजार कर्मियों को कंपनी ने बिना कारण बताए काम से निकाल दिया था। जिसके बाद सभी कर्मियों ने उच्च न्यायलय में याचिका दर्ज की थी।
इस दौरान पुरे 18 साल बाद 2010 में एमईसीएल को उच्च न्यायलय ने आदेश दिया कि सभी निकाले गए कर्मचारियों को फिर से नौकरी पर वापस लौटाया जाए। और सभी कर्मचारियों को अन्य अस्थायी कर्मियों की तरह हर सुविधा प्रदान करे। 2010 में यह निर्णय दिया गया था। लेकिन इतने वर्ष हो जाने के बाद भी एमईसीएल की ओर से कर्मियों को पुनः काम पर नहीं लिया गया। जिसके कारण पुरे देश से कर्मी नागपुर पहुंचे। कर्मियों ने एमईसीएल के सामने धरना प्रदर्शन कर अपना विरोध जताया।
कर्मियों का कहना है कि उच्च न्यायलय द्वारा दिए गए आदेश के बाद भी एमईसीएल न्यायलय के आदेशों की अवेहलना कर रहा है। कर्मचारियों ने बताया कि एमईसीएल प्रबंधन का कहना है कि वे इस आदेश के खिलाफ उंची अदालत में जाएंगे। वही कर्मचारी भी प्रबंधन के खिलाफ कोर्ट में अवमानना याचिका दायर करने की तैयारी कर रही है।