Published On : Wed, Nov 26th, 2014

राजुरा : अंबुजा सीमेंट कम्पनी के खिलाफ एड. धोटे ने खोला मोर्चा

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प्रकल्पग्रस्त व कामगारों ने किया एक दिवसीय अनशन

Adv. Dhote against ambuja company
राजुरा (चंद्रपुर)।
तालुका के उपरवाही स्थित अंबुजा सीमेंट कम्पनी के प्रकल्पग्रस्तों के वारिस, प्रकल्पग्रस्त कामगारों व अन्य ठेकेदार कामगारों ने आर्थिक, मानसिक व अन्य असुविधाओं को लेकर प्रशासन से गुहार लगाने के बावजूद न्याय नहीं मिलते देख राज्य सरकार, जिला प्रशासन, कामगार आयुक्त का ध्यानाकर्षण करने एक दिवसीय अनशन किया. इस अवसर पर प्रमुखता से राजुरा विस के विधायक एड. संजय धोटे, भारतीय मजदूर संघ के जिला अध्यक्ष एड. शैलेश मुंजे, कामगार नेता प्रदीप वाजपेयी, भाजपा जिला सचिव अरुण मस्की, शिवाजी सेलोकर, हरदोन के सरपंच संगीता मेश्राम, उपरवाही के सरपंच लक्ष्मी गेडाम, जिवती के पं.स. सदस्य महेश देवकते, तालुका महामंत्री वामन तुराणकर, भाजयुमो तालुकाअध्यक्ष सचिन डोहे, रवि बुरडकर, मंगेश श्रीराम उपस्थित थे.

अवसर पर एड. धोटे ने बताया कि वे कामगारों, प्रकल्पग्रस्तों के हित में जब तक न्याय नहीं मिल जाता निर्भयता के साथ डंटे रहकर अंबुजा सीमेंट कम्पनी के विरोध में सड़कों पर उतर कर चुनौती देंगे और सभी मांगों की पूर्ति होने तक पीछे पड़े रहेंगे. उन्होंने बताया कि प्रकल्पग्रस्तों के वारिसों को परमानेन्ट रोजगार, 10-12 वर्षों ठेका पद्धति में काम करने वाले प्रकल्पग्रस्त कामगारों सुविधाओं मिलने, ठेका कामगारों के भविष्य निधि का यूएएन क्रमांक देने, कामगारों का बढ़े बोनस, स्वास्थ्य सुविधा देने, प्रकल्पग्रस्त 12 गांवों को दत्ता लेकर स्वयंरोजगार, स्वास्थ्य, पर्यावरण व रोजगार पर ध्यान देने, किसानों के जमीन संबंधी लंबित न्यायालय का मामला को तत्काल फैसला लेकर क्षतिपूर्ति करने, कम्पनी जिस जमीन का उपयोग नहीं किया है उसे तत्संबंधी किसानों को तत्काल वापस करने की माँगों को दोहराते हुए कहा कि यदि तत्काल कम्पनी प्रशासन उनकी माँगों को पूर्ण नहीं करता है तो वे शीघ्र ही अधिक तीव्रता से सड़कों पर उतरने की हुंकार भरी. ऐसे में देखना यह है कि क्या कम्पनी शोषण से निजात देते हुए अपने वादों को निकटवर्ती दिनों में पूरा करती है अथवा मजदूरों को सड़कों पर उतरने व उनके हितों को कुचलने की कोई नई जुगत लगाएगी?