Published On : Fri, Nov 7th, 2014

वर्धा : विभिन्न वारदातों का शातिर चोर पकड़ाया

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2 सहयोगी भी पकड़ाए, कई बड़े खुलासे किये, लगभग 11 लाख का माल बरामद

Wardha Theft gang
वर्धा।
31 ऑक्टोबर-1 नवम्बर के मध्य रात्रि के दरम्यान हुई घरफोड़ी का एक शातिर चोर अंततः पुलिस की गिरफ्त में आ ही गया. उसके साथ चोरी का माल खरीदने वाले नागपुर के सहयोगी भी पकड़े गए.

प्राप्त जानकारी के अनुसार, 31 ऑक्टो-1 नव. की रात प्रमोद पाटिल के घर के मुख्य दरवाजे के कब्जे निकाल घर में प्रवेश कर मारुति स्विफ्ट कार व कम्प्यूटर लेकर एक शातिर ले भागा था. इस मामले में वर्धा थाने में भादवि की धारा 457,380 के तहत मामला दर्ज किया गया था.

प्राप्त जानकारी के अनुसार, वर्धा क्राइम ब्रांच के पुलिस निरीक्षक एम. डी. चाटे की टीम उदय, अशोक वाट, दिवाकर परिमल, अमर लाखे, आनन्द भस्मे, समीर कड़वे सहित पेट्रोलिंग के दौरान ओम प्रकाश उर्फ़ सोनू रंगनाथ खंडवे (25), गोविन्द गौरखेड़े काम्प्लेक्स, सी-2, जी-4, सेमिनरी हिल्स, नागपुर निवासी, मूलतः तुलसीनगर, दगडी पानी टैंक के पास, जिला बुलढाणा निवासी वर्धा रेलवे स्टेशन पर संशयास्पद स्थिति में 6 नव. को देखा गया. सघन पूछताछ के बाद उसने चोरी की बात स्वीकार कर उसने आगे बताया कि सन 2011 में उसने उमेश कृपलानी, प्रशान्त सुरेन्द्र सराफ के घर, 2013 में राम गोवर्धनदास रामानी, 2014 में नरेश चन्दू वानखेड़े, विनायक कालूराम गणवीर की घरफोड़ी की थी. पुलिस ने चोर से एक कम्प्यूटर सीपीयू सह, 5 नग मोबाइल हैण्डसेट, एक मारुति स्विफ्ट कार क्र. एम.एच. 32-सी 6188, एक टाइमक्स घड़ी, एक डायमण्ड नैकलेस, दो नग सोना-डायमंड रिंग, 4 नग सोने के कंगन, 4 नग सोने (डिज़ाइनर) की चूड़ियाँ, दो नग मंगलसूत्र, एक सोने का नेकलेस, टॉप्स, झुमके, ब्रासलेट, लेडीज़ झुमके, सोने के लाल-पीले खड़े जड़ित, एक सोने की साखली सहित कुल 10,81,300 रूपए का माल पंचनामा कर पंचों के समक्ष बरामद किया गया.

चोर ओम प्रकाश ने यह भी बताया कि जप्त माल उसके मित्र हनी गोविन्द प्रसाद तिवारी (23) कॉटन मार्किट चौक, हनुमान मंदिर के पास, नागपुर निवासी को 2 लाख में, मोहम्मद कलीम वल्द मोहम्मद सुलतान (24), टेलीपुरा, इलेक्ट्रॉनिक मार्केट, नागपुर निवासी को 4000/- रुपये के बदले बेच दिया था। वहीं चोरी के माल की खरीदी करने पर भादवि की धारा 411 के तहत मामला दर्ज किया गया. इसके साथ ही वर्धा, सेवाग्राम थाने में विभिन्न धाराओं के अंतर्गत ओमप्रकाश पर मामले दर्ज किये जाते रहे हैं. और भी आगे अन्य खुलासे की संभावना पुलिस ने व्यक्त की है. उसे वर्धा शहर पुलिस के सुपुर्द किया गया है, जहाँ पुलिस जाँच कर रही है. पुलिस अधीक्षक अनिल पारस्कर, उपविभागीय पुलिस अधिकारी संतोष वानखड़े तथा अपराध शाखा के पथक इस मामले को सुलझाने में सहयोग दिया.