विद्युत कनेक्शन देने के लिए माँगी थी 15 हजार
चंद्रपुर। कोरपना स्थित मराविवि कम्पनी में एक व्यक्ति द्वारा अपने खेत में विद्युत कनेक्शन के लिए सम्पर्क करने पर कनिष्ठ अभियंता ने कनेक्शन जोडऩे के लिए 15 हजार की रिश्वत माँगी. फरियादी से 2 हजार पर सहमति बन जाने के बाद पहले से जाल बिछा रखी एसीबी की टीम ने अभियंता द्वारा रुपये स्वीकारते ही रंगेहाथों दबोचा लिया.
प्राप्त जानकारी के अनुसार, फरियादी ने सन् 2011-12 में अपने पिता की मिल्कियत वाली खेत स्थित कुएं पर सरकार की विसक घटक योजना अंतर्गत मोटर पम्प व विद्युत कनेक्शन का लाभ के लिए कोरपना पंचायत समिति में आवेदन किया था. उसी संबंध में वह पुन: पंचायत समिति में गया जहां पंचायत समिति कोरपना के कृषि अधिकारी ने फरियादी से मोटर पम्प को बिजली से जोडऩे के लिए म.रा.वि.वि. कम्पनी कोरपना जाकर विद्युत कनेक्शन जुड़वाने संबंधी पहल करने को कहा. जहां से सम्पर्क करने के बाद फरियादी के खेत तक विद्युत पोल स्थापित कर ट्राँसफॉमर लगा कर तारें जोड़ दी गई, किन्तु विद्युत आपूर्ति नहीं की गई. फरियादी मराविवि कम्पनी कोरपना कार्यालय, जिला चंद्रपुर के कनिष्ठ अभियंता महेश चौखे से मुलाकात की. विद्युत आपूर्ति करने के लिए चौखे ने 15,000 रुपये की रिश्वत माँगी. रिश्वत की रकम बाद में देेने की बात कहकर उसकी शिकायत चंद्रपुर के एसीबी के यहां दर्ज करवा दी.
उक्त शिकायत के आधार पर 4 दिसम्बर को एसीबी, चंद्रपुर की यूनिट ने मराविवि की कम्पनी कोरपना में जाल बिछाकर कार्यवाही कर कनिष्ठ अभियंता द्वारा फरियादी से 2000 रुपये स्वीकराते हुए रंगेहाथों पकड़ लिया. रिश्वतखोर चौखे के खिलाफ रिश्वत प्रतिबंध अधिनियम 1988 के अंतर्गत कोरपना पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया.
इस पूरी कार्यवाही में एसीबी, चंद्रपुर की यूनिट के पुलिस उपअधीक्षक रोशन यादव, भुसारी, पुलिस निरीक्षक आचेवार व अन्य कर्मचारी शामिल थे.