पारशिवनी (नागपुर)। एक आरोपी को तहसील कार्यालय के वरिष्ठ लिपिक द्वारा उस पर दर्ज मामले को रफादफा करने के एवज में 3,500 रुपये बतौर रिश्वत माँगे जाने के बाद आरोपी की शिकायत पर लिपिक को रकम के साथ एसीबी ने रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया.
यहाँ जारी एसीबी के पत्रकानुसार, एक आरोपी के खिलाफ पारशिवणी थाने में 107, 116 के तहत कार्यवाही कर तहसील कार्यालय लाया गया था. जहाँ फरियादी अपनी उपस्थिति दर्ज करने पहुँचा तो उसे पारशिवणी तहसील कार्यालय के वरिष्ठ लिपिक (56) ने उस पर दर्ज मामले को पूर्ण रूप से समाप्त करने के एवज में 3500 रुपये की रिश्वत माँगी. फ़रियादी ने उसकी शिकायत एसीबी, नागपुर से कर दी. 14 नवम्बर को एसीबी की टीम ने पारशिवनी के तहसील कार्यालय में जाल बिछा कर वरिष्ठ लिपिक को रिश्वत की रकम 3,500 रु. लेते रंगेहाथों दबोच लिया। लिपिक के ख़िलाफ़ रिश्वत प्रतिबंधक क़ानून की धारा 1988 के तहत परशिवनी थाने में मामला दर्ज किया गया.
यह कार्यवाही अपर पुलिस अधीक्षक वसंत शिरभते, उप अधीक्षक संजय पुरंदरे, नागपुर के मार्गदर्शन में पुलिस निरीक्षक मनोज गभने, संजय ठाकुर, सुभाष तानोडकर, राजेंद्र जाधव, चंद्रशेखर ढोक, उत्तम दास के संयुक्त प्रयास में किया गया. वहीं पुलिस अधीक्षक ने नागपुर परिक्षेत्र के नागरिकों से आह्वान किया है कि वे किसी भी रिश्वत मांगने वाले अधिकारी की शिकायत टोल फ़्री लैंडलाइन नं. 1064 पर सूचना दे सकते हैं.