नागपूर : महा मेट्रो की नागपूर मेट्रो रेल परियोजना की एक्वा लाइन (रिच-3) पर मेट्रो रेल यात्री सेवा प्रारंभ करने के लिए महा मेट्रो पुरी तरह सुसज्ज है. सितंबर 2019 के प्रथम पखवाडे में यात्री सेवा (कमर्शियल रन) प्रारंभ होने का विश्वास कार्यकारी निदेशक (प्रशासन) अनिल कोकाटे ने व्यक्त किया है. वे इंस्टीटयुट ऑफ इंजीनियरिंग मेट्रो स्टेशन पर पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे. अनिल कोकाटे ने बताया कि एक्वा लाइन पर ४ स्टेशनों का निर्माण यात्री सुविधाओं से उपयुक्त किया गया है. शेष स्टेशनों का कार्य भी तेजी से किया जा रहा है.
एक्वा लाइन का प्लेटफार्म इंटरचेंज स्टेशन, सिताबर्डी की इमारत की तीसरी मंजिल पर रहेगा. इंस्टीटयुट ऑफ इंजीनियरिंग मेट्रो स्टेशन का डिजाईन सिस्ट्रा कंपनी ने किया है. आयटीडी सिमेंटेशन ने इसका निर्माण किया. पिछले 2 वर्ष से करीब 200 श्रामिक और अधिकारी स्टेशन के निर्माण में जुटे हुए थे. यात्रीयो की सुविधा के लिए रामदासपेठ के कॅनल रोड से मेट्रो स्टेशन तक सुविधाजनक कनेटीव्हीटी देने का प्रयास है .
स्टेशन पर उपलब्ध कराई गई यात्री सुविधाओं का अवलोकन करने के पश्चात पत्रकारों को टेक्नीकल जानकारी देते हुए कार्यकारी निदेशक (विद्युत) गिरधारी पौनिकर ने बताया कि मेट्रो स्टेशंनो पर विद्युत आपूर्ती के लिए 400 केव्ही के 2 ट्रासफार्मर लगाए गए है. एसी, एस्केलेटर,स्टेशन लाइट आदि कार्यो में उपयोग किया जाएगा. ट्रासफार्मर नई पद्धती के होने से इसमें ऑईल का इस्तेमाल नही होता, जिसके कारण रखरखाव शून्य रहेगा और यह धोखादायक भी नही होंगे. ट्रेन संचालन के लिए ओएचई को विद्युत पूर्तता हिंगणा सब स्टेशन से की जाएगी. उन्होने बताया कि इंस्टीटयुट ऑफ इंजीनियरिंग मेट्रो स्टेशन पर सोलर पैनल लगाने का कार्य शीघ्र शुरू किया जाएगा 175 केव्ही क्षमता के 540 सोलर पैनल यहां लगाए जाएंगे.
अंबाझरी-गांधीसागर का दिखेगा नजारा
चर्चा के दौरान कोकाटे ने बताया कि पूर्व-पश्चिम कॉरीडोर की रिच-3 और रिच 4 को मेट्रो लाइन को एक्वा लाइन का नाम दिया गया है. लोकमान्य नगर से इंटरचेंज सिताबर्डी स्टेशन की करीब 11 किमी की दुरी का सफर यात्रियों के लिए विहंगम दृश्यो से भरपूर रहेगा. अंबाझरी तालाब का खूबसुरत नजारा दिखाई देगा. इसी तरह रिच – 4 सिताबर्डी से प्रजापतीनगर स्टेशन की यात्रा के दौरान मेट्रो ट्रेन से एतिहासीक गांधीसागर दिखाई देगा.
महानगर के दो तालाब को मेट्रो सफर से जोडने वाली मेट्रो लाइन को एक्वा लाइन संबोधित किया जा रहा है . एक प्रश्न के उत्तर में कोकाटे ने बताया कि मेट्रो ट्रेन की डिजाईन 90 किलोमीटर की रफ्तार की तैयारी की गई है. कार्य 80 किमी के अनुसार चल रहे है. सेफ्टी इंस्पेक्शन के पश्चात यात्री सेवा प्रारंभ करने की अनुमती सितंबर माह के प्रारंभ में प्राप्त होने की उम्मीद उन्होंने जताई है, तथा इंस्टीटयुट ऑफ इंजीनियरिंग मेट्रो स्टेशन पर सायकल ट्रैक का निर्माण किया जा रहा है.
चर्चा के दौरान कार्यकारी संचालक (रिच-3) अरुण कुमार, कार्यकारी संचालक (सिग्नल) जयप्रकाश डेहारिया, मुख्य परियोजना प्रबंधक (ओएचई) नामदेव रबडे प्रमुख रूप से उपस्थित थे.