नागपुर: कई सालों से शहर की बिजली वितरण कंपनी एसएनडीएल के खिलाफ नागरिकों की शिकायत रही है कि कंपनी की ओर से बिजली बिल बहोत ज्यादा भेजा रहा है. इसके लिए कई बार नागरिकों ने, राजनैतिक पार्टियों ने कंपनी के खिलाफ तीव्र और आक्रामक प्रदर्शन भी किया है. एसएनडीएल के खिलाफ शहर में और महाराष्ट्र राज्य विघुत मंडल के खिलाफ पुरे विदर्भ में विदर्भ राज्य आंदोलन समिति की ओर से 1 अगस्त को काटोल रोड के एमएसईबी के मुख्य अभियंता कार्यालय के बाहर ‘ ‘बिजली बिल की होली जलाने का आंदोलन और ठिय्या आंदोलन किया जा रहा है.
इस आंदोलन के मुख्य संयोजक राम नेवले ने जानकारी देते हुए बताया कि बिजली के दर कम होने चाहिए. बिजली बिल में जो वहन कर लिया जाता है. यह पूरी तरह से इलीगल है. इसके साथ ही बिजली बिल में इंफ्रास्ट्रक्चर टैक्स भी लिया जाता है. यह भी इलीगल ही है. भार अधिभार भी ग्राहकों से वसूल कर रहे है वह भी गलत है. मीटर भाड़ा जो लिया जाता है. नेवले ने कहा कि इन टैक्स को अगर कम किया गया तो बिजली का बिल ग्राहकों का वन-थर्ड हो जाएगा.
ग्राहकों को कंपनी केवल बिजली का बिल ही दे, न की अन्य तरह के टैक्स. हमारी बाकी टैक्स खत्म करने की मांग है. यह कंपनी की लूटमार है. कल पुरे विदर्भ में तहसील स्तर पर और जिला स्तर पर एमएसईबी के ऑफिस के बाहर प्रद्रर्शन किया जा रहा है. 120 तहसीलों में बिजली के बिलों की होली जलाई जाने वाली है. एसएनडीएल भले ही निजी कंपनी है लेकिन इसको कॉन्ट्रैक्ट एमएसईबी ने दिया है.
लेकिन इसके बाद एसएनडीएल ग्राहकों को बहोत ज्यादा लूट रही है. एसएनडीएल को बर्खास्त करने की मांग मुख्य तौर पर कल आंदोलन में रहेगी. नेवले ने बताया की इससे पहले भी प्रदर्शन किए गए है. लेकिन अब जो प्रदर्शन किया जा रहा है. वह पुरे विदर्भ स्तर पर किया जा रहा है. बिजली के बिल के खिलाफ झोपडपट्टीवासियो से लेकर कारखाना मालिकों में भी काफी रोष देखा गया है. उन्होंने इस दौरान 1 अगस्त के ‘ बिजली बिल होली आंदोलन’ में शामिल होने की अपील शहर के नागरिको से की है.