Published On : Wed, Sep 19th, 2018

अग्रसेन जयंती को लेकर दो फाड़

Advertisement

नागपुर : नागपुर में पिछले ५-६ दशक से स्थानीय अग्रवाल समाज संयुक्त रूप से एकमंच पर आकर अग्रसेन जयंती हर्षोल्लास से मनाता आ रहा था, लेकिन इस वर्ष समाज की अध्यक्षा और समाज में प्रस्थापित महाडिया गुट आयोजन को लेकर भिड़ गए. ऐसे में समाज महाडिया के साथ तो बागी तेवर के साथ समाज अध्यक्षा अलग राग अलाप रही हैं.

ज्ञात हो कि गांधीबाग स्थित अग्रसेन भवन में अग्रसेन मंडल की कार्यकारिणी की बैठक ३१ अगस्त २०१८ को संपन्न हुई.इस बैठक में मंडल की अध्यक्षा उपस्थित थे तो मंडल में प्रस्थापित महाडिया (मंडल सचिव) अनुपस्थित थे. बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय हुआ कि आगामी अग्रसेन जयंती के संबंध में ९ सितम्बर को विशेष बैठक आयोजित की गई. कार्यकारिणी का आदेश को तरजीह देते हुए मंडल सचिव महाडिया ने तय तिथि को बैठक आयोजित की,जिसमें मंडल अध्यक्षा अनुपस्थित थी.इस बैठक में सर्वसम्मति से जयंती का स्वागताध्यक्ष आनंद महाडिया और कैलाश लिलाड़िया को स्वागत मंत्री चुना गया.

Gold Rate
15 May 2025
Gold 24 KT 92,100/-
Gold 22 KT 85,700/-
Silver/Kg 94,800/-
Platinum 44,000/-
Recommended rate for Nagpur sarafa Making charges minimum 13% and above

उक्त बैठक के निर्णय से मंडल अध्यक्षा बौखला गई और उन्होंने बिना कार्यकारिणी की अनुमति के ११ सितम्बर की शाम बैठक आयोजित की. इसकी सूचना मिलते ही मंडल की कार्यकारिणी की आपातकालीन बैठक मंडल सचिव महाडिया ने ११ सितम्बर की दोपहर १ बजे बुलाई, जिसमें पुनः मंडल अध्यक्षा अनुपस्थित रही.कार्यकारिणी के डेढ़ दर्जन सदस्य सह पदाधिकारियों ने संयुक्त रूप से मंडल अध्यक्षा द्वारा ली जाने वाली बैठक को असंवैधानिक करार कर दिया.

कार्यकारिणी के उक्त निर्णय के बाद भी मंडल अध्यक्षा ने बैठक लेकर खुद को जयंती स्वागताध्यक्ष घोषित कर दिया. मंडल अध्यक्षा ने कार्यकारिणी द्वारा तय किए गए स्वागत मंत्री की रिश्तेदार को ही अपने गुट से स्वागत मंत्री घोषित कर नया बखेड़ा खड़ा कर दिया.

उल्लेखनीय यह है कि जहाँ तक सम्पूर्ण कार्यकारिणी पर नज़र घुमाई जाये तो प्रतीत हो रहा कि अध्यक्षा के साथ केवल ७ कार्यकारिणी सदस्य तो महाडिया के साथ २८ कार्यकारिणी सदस्य खड़े हैं. मंडल अध्यक्षा व सचिव के भिड़ंत से समाज के आम नागरिक चिंतित हैं कि इस वर्ष एक की बजाय २ गुट अलग-अलग जगह जयंती तो नहीं मनाएंगी। अगर ऐसा हुआ तो हमेशा से संगठित समाज और मंडल में नई परंपरा शुरुआत समाज के लिए निंदनीय बतलाई जा रही है.

चुनाव हेतु सदस्यता अभियान चरम पर
आगामी माह २८ अक्टूबर को मंडल चुनाव होने जा रहा है. अबतक ९००० के आसपास सदस्य थे,पिछले ३ माह से सदस्यता अभियान शुरू हैं,आगामी चुनाव के मद्देनज़र सदस्यों की संख्या १०००० पार होने की संभावना हैं.स्वस्तिक,तराजू,कलश और बाल्टी पैनल अपने अपने गुट हेतु सदस्य बढ़ाने के लिए पुरजोर सक्रिय है.

संभावना
आगामी चुनाव पूर्व भले ही १०००० पर सदस्य कागजों पर नज़र आएंगे लेकिन जब चुनावी प्रक्रिया के तहत वोटिंग होंगी,जिसमें २७ पदों के लिए अधिकतम ६५% वोट ही डाले जाएंगे. बहुमत पाने वाला गुट से मनोनीत ८ सदस्यों का चयन किया जाएगा. समाज में चल रहे वर्तमान परिदृश्य से अनुमान लगाया रहा हैं कि मंडल पर एक गुट का कब्ज़ा नामुमकिन हैं,चुनाव पूर्व दो-तीन गुट एकमत होकर चुनावी जंग में कूदेंगे.

Advertisement
Advertisement
Advertisement