नागपुर :नागपुर एपीएमसी याने कलमना स्थित कृषि उत्पन्न बाजार समिति मध्य भारत का सबसे बड़ा अनाज,फल,सब्जी आदि की थोक मंडी है. इस मंडी पर नियंत्रण सभी सफेदपोश चाहते हैं. लेकिन मंडी में सर्वसुविधायुक्त व्यवस्था कर किसानों को राहत पहुंचाने के लिए सर्वपक्षीय एकजुट होकर उनका शोषण करने से बाज़ नहीं आते.
कल सुबह से लगभग 7-8 घंटा हुई मूसलाधार वर्षा ने शहर में डेग-डेग पर ‘मामा तालाब’ बना दिए. मनपा में सत्तापक्ष की पोल खोल दी। मनपा, नागपुर पर शिवसेना ने भी इस बदहाली पर जमकर आरोप-प्रत्यारोप किए.
वहीं जब मूसलाधार वर्षा हो रही थी तो उक्त मंडी में किसानों का उपज/उत्पाद क्योंकि मंडी परिसर में खुला रखा गया था, इसलिए भीग कर खराब हो गया. इसका सीधा असर किसानों पर होना लाजमी है. यहां पर मिले व्यापारियों के अनुसार यह कोई नई बात नहीं, प्रत्येक वर्ष किसानों के उत्पादों को मंडी के संचालक यूं ही नुकसान पहुंचाते रहते हैं.
विडंबना तो यह है कि विधानसभा और विधानपरिषद में अमूमन सभी विधायक अपने आप को किसान या किसान के हितैषी बतलाने का कोई अवसर नहीं छोड़ते. लेकिन किसानों के उत्पाद/उपज की बदहाल करने वाली नागपुर कृषि उत्पन्न बाजार समिति के माफियाओं पर कोई कुछ नहीं कहता. क्योंकि इस मंडी से सीधे रूप में कई विधायक जुड़े हैं. इसलिए हर वर्ष किसानों के साथ खिलवाड़ का क्रम जारी है.