Published On : Tue, Mar 7th, 2017

Video: दो महीने में ‘भरोसा सेल’ ने नागपुर पुलिस को बना दिया ‘भरोसेमंद’

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नागपुर:
 कानून व्यवस्था के सुचारु संचलन के साथ सामाजिक दायित्वों का निर्वहन अब पुलिस विभाग का नियमित स्वरुप बनता जा रहा है। नागपुर के पुलिस आयुक्त के.वेंकटेशम के मार्गदर्शन में स्थापित ‘भरोसा सेल’ महज दो महीने में नागपुर पुलिस का सबसे भरोसेमंद चेहरा बन गया है। 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस है, अतः इस दिन-विशेष की पूर्व संध्या पर नागपुर पुलिस मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मलेन के जरिए पुलिस आयुक्त के. वेंकटेशम ने ‘भरोसा सेल’ के कार्यों और उपलब्धियों को रेखांकित किया।

दो महीने पहले स्थापित

इस वर्ष जनवरी में नागपुर पुलिस के तत्त्वावधान में ‘भरोसा सेल’ स्थापित किया गया। स्त्री-पुरुष के परस्पर संबंधों की सबसे प्रगाढ़ कसौटी वैवाहिक रिश्ता होता है, लेकिन आधुनिक समय में पति-पत्नी के आपसी संबंधों में जैसे सेंध लग गयी है। छोटे-छोटे एवं गैर-महत्त्व के कारणों से परिवार टूट रहे हैं और कुटुंब जैसी इकाई ध्वस्त हो रही है। ‘भरोसा सेल’ के जरिए पुलिस के पास आयी वैवाहिक संबंधों में तनाव, खटपट, खींचतान जैसी शिकायतों को गहन परामर्श के जरिए सुलझाने का प्रयास करती है। नागपुर ‘भरोसा सेल’ की प्रभारी पुलिस निरीक्षक शुभदा शंखे हैं।

ये कारण है वैवाहिक संबंधों में बिगाड़ के कारण

घरेलू हिंसा, मनमुटाव, शक-शुबह, अविश्वास पति-पत्नी के बीच के रेशमी संबंधों में दरार और तनाव पैदा करते हैं, जिससे कई बार बात संबंध-विच्छेद तक पहुँच जाती है। ‘भरोसा सेल’ के जरिए नागपुर पुलिस की जद में पड़ने वाले तमाम थानों में पारिवारिक विवाद के रुप आने वाली समस्त शिकायतों को इस तरह सुलझाने का प्रयास किया जाता है कि पति-पत्नी के बीच खोया हुआ भरोसा फिर लौट आए और वे तनावरहित होकर अपने संबंध को नए सिरे से मुकाम देने में जुट जाएं। शुभदा शंखे ने बताया कि जनवरी से लेकर अब तक ‘भरोसा सेल’ के पास 413 शिकायतें नागपुर शहर के विविध थानों के मार्फ़त आयीं। इन सभी शिकायतों का निराकरण करने का प्रयास किया जा रहा है। अभी तक 55 परिवार टूटने से बचाए गए हैं। शेष शिकायतों पर ‘भरोसा सेल’ की विशेषज्ञ टीम काम कर रही हैं।

क्या करता है भरोसा सेल

भरोसा सेल के जरिए पहले धैर्यपूर्वक शिकायत सुनी जाती है। फिर विशेषज्ञ परामर्शदाता पति-पत्नी दोनों की अलग-अलग फिर एक साथ काउन्सलिंग करते हैं। यहाँ आने वाली महिलाओं में आत्मविशास बढ़ाने का हर संभव उपाय किया जाता है। चिकित्सा सेवा एवं परामर्श, विधि विषयक परामर्श, पीड़ित महिलाओं के पुनर्वास एवं मनोवैज्ञानिक परामर्श के जरिए महिलाओं को मानसिक एवं भावनात्मक स्तर पर प्रबल बनाया जाता है। इस सेल के जरिए शहर के नामी विधि विशेषज्ञ, कॉउंसलर, मनो-चिकित्सक एवं समाजसेवी अपनी सेवाएं देते हैं।

कैसे संपर्क करें भरोसा सेल से

लड़कियां, युवतियां, महिलाएं अपनी शिकायतें सीधे तौर पर भी ‘भरोसा सेल’ तक 1091 एवं 0712-2233638 के जरिए पहुंचा सकती हैं। भरोसा सेल में 14 महिला कर्मचारी चौबीसों घंटे कार्यरत रहती हैं। आपात स्थितियों में घटनास्थल तक पहुँचने के लिए ‘भरोसा सेल’ को चार वाहन उपलब्ध कराए गए हैं। इन वाहनों का स्कूल-कॉलेज के परिसरों में गश्त के लिए एवं सूचना मिलने पर किसी भी महिला को तत्परता से मदद पहुँचाने का कार्य किया जाता है। इस गश्ती दल में वाहन चालक से लेकर प्रत्येक कर्मचारी महिला ही होती हैं।


भरोसा सेल के लाभ

इस उपक्रम के जरिए पीड़ित जनों के समय और धन में बचत हो रही है, बल्कि उनके स्वास्थ्य में उल्लेखनीय सकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है, क्योंकि समुपदेशन, परामर्श और पुनर्वास के साथ योग, ध्यान, प्राणायाम के जरिए मानसिक-शारीरिक दृढ़ता के गुर सिखाए जाते हैं, इसके अलावा तनाव-रहित प्रबंधन कला में महिलाओं को पारंगत बनाया जाता है। भरोसा सेल में आर्थिक रुप से कमजोर तबके के साथ डॉक्टर, इंजीनियर जैसे पेशे से संलग्न लोग एवं उच्च आय वर्ग के लोग भी अपनी समस्याओं के निजात के लिए आते हैं।

शुभदा शंखे ने बताया कि ज्यादातर मामले विवाहेत्तर संबंधों से जुड़े ही देखे गए हैं। प्रेम, प्रेम में धोखा, शक जैसे कारण परस्पर संबंधों में दीमक की तरह लग गए हैं। उन्होंने बताया कि कुछ मामले ऐसे भी होते हैं, जो सिर्फ न्यायालयीन तरीकों से ही सुलझ सकते हैं तो वैसे मामलों में समझाइश की ज्यादा गुंजाइश भी नहीं होती है। पुलिस निरीक्षक शंखे ने बताया कि इस समय एड. सुरेखा बोरकुटे, संगीता ढोमणे, प्रेमलता पाटिल, संगीता चौधरी भरोसा सेल में अपनी सेवाएं दे रही हैं। संवाददाता सम्मलेन में डीसीपी ईशु सिंधु भी मौजूद थीं। पुलिस आयुक्त डॉ. के. वेंकटेशम ने नागपुर की महिलाओं से किसी भी दिक्कत-परेशानी, पारिवारिक कलह से पीड़ित होने पर निराश होने की बजाय भरोसा सेल की मदद लेने का अनुरोध किया है।