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नागपुर: विदर्भ क्षेत्र में फरवरी से मार्च के महीने के बीच तेज हवाएं, बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि सामान्य सी बात हो चली है। ६ फरवरी से ८ मार्च के मध्य बारिश के साथ तेज़ हवाए चलने और ओले बरसने की आशंका मौसम विभाग की ओर से जताई जा रही है। इससे रबी की खेतों में खड़ी फसल जिसमें मुख्य तौर से गेंहू और चने की फ़सल को नुक़सान पहुंच सकता है। शेष राज्य में मौसम सामान्य रहने की संभावनाएं जताई जा रही हैं।
मौसम के जानकारों का अनुमान है कि मध्य भारत में कम दबाव अर्थात लो प्रेशर ज़ोन विकसित होने के कारण यहां बारिश की संभावनाएं बढ़ी है। गढ़चिरोली, चंद्रपुर और यवतमाल में ओलावृष्टि होने की आशंका जताई जा रही हैं। वहीं नागपुर और वर्धा जिले के छिटपुट इलाकों में बारिश होने की आशंका जताई जा रही हैं।
मंगलवार सुबह और शाम को भी हल्की बारिश हुई है। शाम को छाए घनघोर बादलों के कारण मौसम बिगड़ने की आशंका जताई जा रही है। किसानों को मौसम में होनेवाले इस बदलाव का हर साल खमियाजा भुगतना पड़ता है। संतरा उत्पादक किसान इसमें बहुत प्रभावित होते हैं।