सिनदेवाही, महाराष्ट्र – मानव-वन्यजीव संघर्ष की बढ़ती गंभीरता को उजागर करते हुए, ब्रम्हापुरी वन डिवीजन के प्रसिद्ध बाघ T40 ‘बिट्टू’ की ट्रेन दुर्घटना में सिनदेवाही कस्बे के पास रात में मौत हो गई। यह हादसा 12 अक्टूबर 2025 की रात हुआ।
बिट्टू, उमरेड करंडला वन्यजीव अभयारण्य के प्रसिद्ध बाघ जय का बेटा था। अपने प्रभावशाली आकार और विशिष्ट निशानों के लिए क्षेत्र में काफी प्रसिद्ध था। चंद्रपुर इलाके के वन्यजीव परिदृश्य में यह बाघ महत्वपूर्ण था और शोधकर्ताओं तथा वन्यजीव प्रेमियों के बीच काफी लोकप्रिय था।
यह हादसा ब्रम्हापुरी डिवीजन के घने जंगलों से गुजरने वाली रेलवे पटरियों पर हुआ। जांच अभी जारी है, लेकिन इस क्षेत्र में ट्रेन दुर्घटनाओं में वन्यजीवों की मौत के मामले आम हैं।
इस घटना का विशेष महत्व इस बात से है कि इसी रेलवे मार्ग के खिलाफ सार्वजनिक हित याचिका (PIL) चल रही है। वन्यजीव संरक्षण के पक्षधर लंबे समय से चेतावनी दे रहे थे कि इस मार्ग पर बाघों और अन्य वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए कदम उठाना आवश्यक है।
बिट्टू की मौत मानव-वन्यजीव संघर्ष को कम करने और क्षेत्र के बाघों की सुरक्षा के लिए तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता की याद दिलाती है।