भंडारा। रेत माफियाओं के हौसले इस कदर बुलंद हो चुके हैं कि अब वे प्रशासनिक अफसरों पर भी हमला करने से नहीं डरते।
9 अक्टूबर गुरुवार सुबह 5 बजे भंडारा की उपविभागीय अधिकारी (SDM) माधुरी विट्ठल तिखे (उम्र-32) पर उस वक्त जानलेवा हमला किया गया जब वे अवैध रेती के कारोबार का पर्दाफाश करने निकली थीं।
रेत माफिया की बोलेरो ने उड़ाई अफसर शाही की नींद
जानकारी के अनुसार, SDM माधुरी तिखे को गुप्त सूचना मिली थी कि चांदोरी-पचखेड़ी मार्ग पर कुछ ट्रक अवैध रेत परिवहन कर रहे हैं।
सुबह करीब 5 बजे वे अपनी सरकारी अर्टिगा कार (MH- 36 / AR- 0578) में अपने पति के साथ मौके पर निकलीं तभी उन्हें एक संदिग्ध ट्रक (MH- 36/ AA- 106) रेती से भरा हुआ दिखाई दिया।
SDM माधुरी तिखे ने तुरंत ‘महा खनिज’ मोबाइल ऐप से जांच की और सच्चाई सामने आ गई , ट्रक में भरी रेती की रॉयल्टी नहीं भरी गई थी यानी रेत चोरी की थी! उन्होंने ट्रक का पीछा शुरू किया।
कट मारकर पलटाई SDM की कार, खेत में जा गिरी गाड़ी
अवैध रेती लदे ट्रक की सुरक्षा में चल रही एक बोलेरो गाड़ी क्रमांक (MH- 36 /AL- 2853) के ड्राइवर ने अचानक SDM की गाड़ी के आगे कट मारा इतना ही नहीं कई बार ब्रेक मारकर और सड़क रोककर बोलेरो चालक ने सरकारी वाहन को नीचे धकेलने की कोशिश की।
पचखेड़ी श्मशान भूमि के पास बने टी-पॉइंट पर बोलेरो ने जोरदार कट मारा, जिससे SDM की अर्टिगा अनियंत्रित होकर सड़क से नीचे पलट गई और खेत में जा समाई।
गाड़ी पलटते ही आसपास अफरा-तफरी मच गई।
इस हादसे में SDM माधुरी तिखे और उनके पति दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए।
स्थानीय लोगों ने उन्हें तुरंत बाहर निकाला और भंडारा अस्पताल के ICU में भर्ती कराया।
सिस्टम को सीधी चुनौती ,सरकारी काम में बाधा , केस दर्ज
SDM के बयान और मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर भंडारा जिले के कारधा थाना पुलिस ने ट्रक चालक और बोलेरो चालक के खिलाफ हत्या का प्रयास ,सरकारी कार्य में बाधा तथा अन्य गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है फिलहाल दोनों आरोपी फरार बताए जा रहे हैं और पुलिस उनकी तलाश में संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है।
रेत माफिया की करतूत बर्दाश्त नहीं की जाएगी ?
इस प्रकरण को लेकर पुलिस का कहना है कि-यह स्पष्ट रूप से जानलेवा हमला करने का प्रयास है , अधिकारी पर हमला प्रशासनिक तंत्र को चुनौती देने जैसा है आरोपी जल्द गिरफ्तार किए जाएंगे।
बता दें कि महाराष्ट्र के भंडारा, गोंदिया और तिरोड़ा क्षेत्र में लंबे समय से रेत माफियाओं का नेटवर्क सक्रिय है लेकिन पहली बार किसी महिला SDM पर इस तरह का सीधा हमला हुआ है घटना के बाद प्रशासनिक तंत्र में खलबली मच गई है और पूरे मामले की विस्तृत जांच शुरू की गई है।
अब देखना यह है कि क्या कानून की गाड़ी, माफियाओं की बोलेरो से तेज़ निकलेगी ?
रवि आर्य