गोंदिया। गांवों में जब किसी परिवार पर दुख या ग़मी का पहाड़ टूटता है, तो सबसे बड़ी समस्या शव को सुरक्षित रखने और अंतिम यात्रा की तैयारी की होती है। जहां शहरों में शव वाहन, बॉडी फ्रिजर और अर्थी जैसी सुविधाएं आसानी से उपलब्ध हो जाती हैं, वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में शोक संतप्त परिवारों को इन साधनों के लिए भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है , इसी जरूरत को समझते हुए और जनता की मांग को प्राथमिकता देते हुए जिला परिषद सदस्य सौ. पूजा अखिलेश सेठ ने सराहनीय पहल की है।
उन्होंने जिला परिषद की 15वां वित्त आयोग निधि से कुड़वा, कटंगीकला, टेमनी और बरबसपूरा ग्राम पंचायतों के लिए एक शव वाहन, दो बॉडी फ्रिजर और 4 अर्थी (सकुली) की सुविधा उपलब्ध कराई।
दुख की घड़ी में अब नहीं होगी परेशानी
इन सभी आवश्यक सामग्रियों को ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों की मौजूदगी में विधिवत रूप से सरपंचों को सौंपा गया ताकि ज़रूरतमंद नागरिकों को समय पर यह सुविधा मिल सके। पूर्व सभापति और जिला परिषद सदस्य सौ. पूजा अखिलेश सेठ ने इस अवसर पर कहा –
हमारे नेता सांसद प्रफुल पटेल और पूर्व विधायक राजेंद्र जैन के स्पष्ट निर्देश हैं कि हर कार्यकर्ता 80% समाजसेवा और 20% राजनीति को प्राथमिकता दें। इन्हीं मार्गदर्शक सिद्धांतों के तहत मैंने यह सेवाएं ग्रामीण नागरिकों को उपलब्ध कराई हैं। दुख की घड़ी में यह सुविधा शोकाकुल परिवारों के लिए मददगार साबित होगी। सौ. सेठ ने ग्राम पंचायतों को यह भी निर्देश दिया कि कम से कम अनुदान में यह सुविधाएं तुरंत उपलब्ध कराई जाएं।
गोंदिया की 4 ग्राम पंचायतों को मिली बड़ी सौगात
सामग्री हस्तांतरण के मौके पर सभी सरपंच, उपसरपंच और ग्रामीणों ने सौ. पूजा अखिलेश सेठ का आभार जताया। ग्रामीणों का कहना था कि इस पहल से अब गमी के मौकों पर उन्हें शहरों की दौड़भाग नहीं करनी पड़ेगी।कार्यक्रम में इस अवसर पर प्रमुख रूप से सौ. पूजा सेठ, पूर्व पंचायत समिति सदस्य अखिलेश सेठ, पंचायत समिति सदस्य विनोद बिसेन, सरपंच कुड़वा बालकृष्ण पटले, उपसरपंच कमल फरदे, सरपंच कटंगीकला मोहिनी वरहाड़े, सरपंच टेमनी योगेश पटले, उपसरपंच शैलेन्द्र डोंगरे, सरपंच बरबसपूरा लिविन डोंगरे, उपसरपंच झमेंद्र नागपुरे, सचिव पी.आर. चौधरी, सोनवाने सर, रविकला प्रेम नागपुरे, सदाशिव वाघाड़े, गीता खुमेश नेवारे, शिशुपाल उपरीकर, मुमताज नासिर खान पठान, चंद्रसेन दोनेकर, मंदाताई मेश्राम, सुभाष बावनकर, अविनाश वरहाड़े, शिवलालभाऊ नेवारे, जीवनभाऊ दमाहे, संतोषी भागड़कर, ललिता वरहाड़े, विनिता डोंगरवार, अनिता ठाकुर समेत अनेक ग्रामवासी उपस्थित थे , कार्यक्रम का सफल संचालन सदाशिव वाघाड़े ने किया।बता दें कि यह पहल ग्रामीण क्षेत्र के लिए बड़ी राहत है और पूजा अखिलेश सेठ की समाजसेवा की प्रतिबद्धता का सशक्त उदाहरण भी।