नागपुर. केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि आपके साथ हुई दुर्घटना जीवन में अंधकार पैदा करने वाली है लेकिन सकारात्मक तरीके से इससे बाहर निकलना जरूरी है. सरकार आपके साथ है. निराश नहीं होते हुए आगे कदम बढ़ाएं, दुख भुलाकर ऊंची उड़ान भरें. वे बचत भवन में जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में महिला व बाल कल्याण विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे जिसमें जिले के 79 ऐसे बच्चों को 15 लाख रुपयों के पैकेज का वितरण किया गया जो कोरोना के चलते अनाथ हो गए हैं.
स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव निमित्त प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जिले के अनाथ बच्चों के साथ वीसी के माध्यम से संवाद भी साधा और उन्हें कठोर परिश्रम करने का संदेश दिया. गडकरी ने भी बच्चों से संवाद साधा और उन्हें पैकेज का वितरण किया. इस दौरान विधायक विकास कुंभारे, टेकचंद सावरकर, जिलाधिकारी आर. विमला, महिला व बाल विकास उपायुक्त रवि पाटिल उपस्थित थे.
गडकरी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने कोरोना से अपने माता-पिता को खो चुके बच्चों के जीवन से निराशा दूर कर सफल बनाने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण योजना लाई है. उन्होंने बच्चों से अपील की कि वे बीती दुर्घटना को भुलाकर सकारात्मक रूप से आगे बढ़े और सफल हों.
पीएम ने कहा, हार न मानें
वीसी के माध्यम से बच्चों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि दुख की भरपायी नहीं हो सकती लेकिन यह भी सच है कि जिनकी जिंदगी में मुसीबत आई वह संघर्ष से बड़ा बने. हार न मानते हुए हालातों से लड़ने की अपील उन्होंने की. कोरोना से अनाथ हुए बच्चों को पीएम केयर फार चिल्ड्रन फंड से 10 लाख रुपये आर्थिक मदद दी जा रही है. बच्चों की आयु के 23 वर्ष तक मिसक स्टायफंड देने की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा आयुष्यमान भारत योजना से बच्चों को 5 लाख कास्वास्थ्य बीमा दिया जाएगा. उसका प्रीमियक भी पीएम केयर फंड से भरा जाएगा. सभी शैक्षणिक सुविधा उपलब्ध की जाएगी.