मदद पाकर दहशत के बीच जीने वाले आदिवासियों के खिल उठे चेहरे
गोंदिया। दीपावली स्वच्छता व प्रकाश का पर्व है, यह भारतीय संस्कृति और परंपरा का प्रतीक है। दीपों का यह पर्व सबके जीवन में खुशियों का प्रकाश फैलाता है। आध्यात्मिक रूप से यह अंधकार पर प्रकाश की विजय को दर्शाता है लिहाजा अमीर हो या गरीब हर कोई अपनी क्षमता अनुसार उत्साह के साथ दिवाली मनाता है। आदिवासी नागरिक अपनी और अपने परिवार की बुनियादी जरूरतों को उनकी आय के अनुसार पूरा करते है।
गोंदिया जिले के अतिदुगर्म नक्सलप्रभावित क्षेत्रों में आदिवासियों के जीवन में स्नेह और खुशियां फैलाने के उद्देश्य से जिला पुलिस अधीक्षक विश्व पानसरे तथा अपर पुलिस अधीक्षक अशोक बनकर की संकल्पना से जिला पुलिस दल द्वारा दीपावली त्यौहार के निमित्त आदिवासी बंधुओं के बीच आवश्यक सामग्री का वितरण किया गया।
जिले के चिचगड़ थाना अंतर्गत आने वाले ग्राम बोदालदंड तथा सशस्त्र दूरक्षेत्र गणुटोला के ग्राम कथलीटोला व तुमड़ीकसा में शुक्रवार 29 अक्टूबर को गरीब व जरूरतमंद आदिवासी नागरिकों के बीच दीपावली भेंट के तौर पर साड़ी, धोती का वितरण किया गया।
विशेष उल्लेखनीय है कि पुलिस प्रशासन की ओर से उपहार स्वरूप मदद पाकर दहशत के बीच जीने वाले आदिवासीयों के चेहरे खिल उठे।
कार्यक्रम में अप्पर पुलिस अधीक्षक अशोक बनकर (देवरी कैम्प), चिचगड़ थाना प्रभारी शरद पाटिल, सपोनि विठ्ठल करंबड़कर, पोउपनि. उत्तम नागरगोजे, मंगेश वानखेड़े, संतोष बाहेकर सहित गांव सरपंच व पुलिस पाटिल तथा नागरिक व पुलिस कर्मचारी उपस्थित थे।
रवि आर्य