सूचना के अधिकार के तहत हुआ खुलासा
भ्र्ष्टाचार विरोधी जनमन के अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने आरोप लगाया है की सरकार के आरोग्य विभाग व नागपुर महानगर पालिका का कोरोना मरीजों के
इलाज के बारे में गोलमोल तरीके से जवाब देकर मरीजों को गुमराह कर रही थी जिसकी पोल स्वयम प्रदेश के आरोग्य सेवा संचालनाय ,पुणे ने एक RTI के जवाब में खोल दी है। महाराष्ट्र सरकार के आरोग्य विभाग द्वारा दिनांक ३१/०८/२०२० को अध्यादेश जारी कर प्रदेश में कोरोना महामारी के इलाज के दर तय कर दी थी अध्यादेश के अनुसार निजी अस्पतालों के ८०% बेड की दर सरकार ने तय की थी परन्तु किसी भी निजी अस्पताल ने इसका पालन नहीं किया व भारी लूट की कई मरीजों ने नागपुर महानगर पालिका द्वारा इस बाबत शिकायते भी दर्ज कराई परन्तु मनपा द्वारा तक़रीबन सभी को यह जवाब दिया गया की शिकायतकर्ता का इलाज २०% अनारक्षित श्रेणी में हुआ है।
श्री अग्रवाल ने बताया उन्होंने मनपा से RTI के तहत जिन लोगो का सरकारी दर पर इलाज हुआ है उनकी सूचि मांगी थी परतुं मनपा ने यह कहकर ख़ारिज कर दिया की माहिती निजी स्वरुप की है इसलिए यह नहीं दी जा सकती है। जिसके बाद महाराष्ट्र सरकार के आरोग्य सेवा संचालनालय ,पुणे से यही जानकारी मांगी जिसके जवाब में उन्होंने यह उत्तर दिया की हमारे पास ऐसी कोई भी माहिती उपलब्ध नहीं है और सरकार द्वारा ऐसी किसी भी माहिती का संकलन भी नहीं किया गया है।
श्री अग्रवाल ने मनपा के आरोग्य विभाग पर जनता को नुकसान पहुंचाने व हॉस्पिटलों के हितो में काम करने का आरोप लगाया। श्री अग्रवाल ने मांग की
है की इस बाबत मनपा प्रशासन कार्यवाही कर शिकायतकर्ताओं की शिकायत पर पुनः मूल्यांकन कर कार्यवाही करे।
श्री संजय अग्रवाल
9422828682