Published On : Fri, Jul 31st, 2020

कोरोना की आड में रोजी रोटी छिनने के खिलाफ

– हॉकर एवं ऑटो चालकों ने किया जमकर प्रदर्शन

नागपुर : “कोरोना की आड़ में रोजी रोटी छिनने की साजिश नहीं चलेगी नहीं चलेगी”, “कोरोना रोकथाम के नाम पर मेहनतकशो को भूक से मारना बंद करो बंद करो”, “कोरोना का मुकाबला कोन करेगा हम करेंगे हम करेंगे”, “मुंडे की जागीर नहीं ये शहर हमारा है हमारा है”, “निगम प्रशासन कारों की दलाली करना बंद करो बंद करो”, “कोरोना का मुकाबला करना होगा रोजी रोटी कमाना होगा कमाना होगा”, आदि नारों से आज संविधान चौक का पूरा परिसर गूंज उठा। नागपुर जिला पथ विक्रेता (हॉकर) संघ (सलग्न: नेशनल हॉकर फेडरेशन), नागपुर जिला ऑटो चालक मालक महासंघ तथा साप्ताहिक बाजार पथ विक्रेता संघ के संयुक्त तत्वाधान में सैकड़ों फुटपाथ दुकानदारों एवं ऑटो चालकों ने अपने व्यवसाय को शुरू करने की अनुमति दिए जाने की मांग को लेकर आज गुरुवार दिनांक 30 जुलाई 2020 को संविधान चौक पर भव्य प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन में तीन सीटर ऑटो रिक्शा चालाक संयुक्त संघर्ष समिति, विदर्भा ऑटो चालक फेडरेशन के भी कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।

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प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए नेशनल हॉकर फेडरेशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भाई जम्मू आनंद ने कहा की पांच महीनों महीने के लॉकडाउन ने फुटपाथ दुकानदारों, साप्ताहिक बाजार के विक्रेताओं एवं ऑटो चालक उन पर निर्भर परिवार भुखमरी के कगार पर आ पहुंचे हैं और निकट भविष्य में लोग या तो भुखमरी से मरेंगे या फिर आत्महत्या करेंगे तथा निगम प्रशासन से मांग की कि जिस तरीके से जिन शर्तों पर शहर के निजी कारों को सड़कों पर इजाजत दी गई उसी तरीके से ऑटो को भी अनुमति दी जाए जिस प्रकार से बड़े-बड़े दुकानों को अनुमति दी गई पुलिस शर्तों पर साप्ताहिक बाजार और फुटपाथ दुकानदारों को भी अपना व्यवसाय करने की अनुमति दी जाए।

भाई आनंद ने आगे कहा की पिछले दिनों शहर में करीब छह ऑटो चालकों और चार भाजी विक्रेताओं ने आत्महत्या कर ली है जिसकी पूरी जिम्मेदारी निगम आयुक्त श्री. मुंडे को लेनी चाहिए। निगम आयुक्त मुंडे का समाचार लेते हुए कहा की पिचले पांच महीनों सो जो एक तरफ़ा निर्णय मा. मुंडे ने लिया वह पूरी तरह असफल हो गया है और अब अपनी असफलता को ठीकरा आम आदमी काश कर मेहनतकष समाज के सर पर मंडना चाहते है।भाई आनंद ने सवाल उठाया है की अगर कारों में तीन लोग सफ़र कर सकते है तो फिर ऑटो में दो लोग क्यूँ नहीं और दुकाने तथा होटल शुरू हो सकते हैं तो फिर साप्ताहिक बाजार के फुटपाथ दुकानदारों पर बंदी क्यूँ ?

भाई आनंद ने कहा की कोरोना का मुकाबला डर और नासमझी से नही किया जा सकता बल्कि हिम्मत और समझदारी से ही किया जा सकता है और कहा की कोरोना यह एक स्वस्थ की समस्या है और इसकी अगुवाई सुक्ष्जीवतज्ञ और डॉक्टरों को करनी होगी। भाई आनंद ने आह्वान किया की ये शहर आम लोगों का है और इसे बचाने के लिए आम आदमी को ही आगे आना होगा।प्रदर्शनकारियों को भाई चरणदास वानखेड़े, भारत लांडगे, आनंद चौरे, सुरेश गौर, अध्यक्ष साप्ताहिक बाज़ार पथ विक्रेता संघ, सुश्री कविता धीर, सचिव नागपुर जिल्ला पथ विक्रेता संघ, बादशाह शैख़, कामठी ने भी संबोधित किया। सभा का संचालन शिरीष फुलझले ने की। प्रदर्शकारियों ने महापौर संदीप जोशी से मांग की की संघटनो के साथ चर्चा करने हेतु तुरंत बैठक लगाई जाय।

प्रदस्र्श्कारियों में प्रमुख रूप से अब्दुल पाशा (कामठी) इसराइल खानम, गुलाल श्रीपत्वार, दासबोध आनंदम, अजय उके, नियाज़ पठान, सागर गौर, हेमंत पाटमासे, राजेश विजेकर, नरेन्द्र पूरी, अरविन्द डोंगरे, मुश्ताक शैख़, किरण ठाकरे, ममता ढेगे, कल्पना दुपारे, खोरंद सैनिक, भारत लांडगे, आनंद चौरे, महबूब, अहमद, अरविन्द पवार, संजय जिचकार, देवेन्द्र बागडे, संजय वर्मा, विजू पठान, इम्रान शैख़, महेश सुमाठे के अलावा सैकड़ो की तादाद में ऑटो चालक एवं पथ विक्रेता शामिल थे।

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