गोंदिया: एक वायरस ने आज पूरे विश्व सहित देश को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। रोजगार छीन जाने से विदेश व अन्य राज्यों के जिलों से बड़ी संख्या में प्रवासी नागरिक अपने घरों की ओर रवाना हुए है। रेड जोन व अन्य संक्रमित जिलों से आए इन प्रवासी नागरिकों के कारण गोंदिया जिले में भी कोरोना वायरस का संक्रमण फैल चुका है।
जो संक्रमण शहरी क्षेत्रों में हुआ करता था, आज उसने ग्रामीण इलाकों को जकड़ लिया है, लिहाजा इसके प्रसार को रोकने के लिए जिला प्रशासन को सावधानीपूर्वक योजना बनाने की आवश्यकता है, एैसे निर्देश राज्य के गृहमंत्री तथा जिले के पालकमंत्री अनिल देशमुख ने आज बुधवार 3 जून को कोरोना वायरस के संक्रमण से उत्पन्न स्थिति और कानून व्यवस्था के संदर्भ में आयोजित समीक्षा बैठक में दिए।
पालकमंत्री ने आगे कहा- दूसरे राज्य व जिलों से आने वाले प्रवासी नागरिकों की पूरी गहन जांच होनी चाहिए तथा उनके स्वास्थ्य की भी जांच की जाए इसके लिए स्वास्थ्य विभाग व पुलिस विभाग विशेष ध्यान रखें।
मानसून शुरू हो रहा है, एैसे में संक्रमण फैलने की संभावना अधिक रहती है लिहाजा सर्वेक्षण टीम ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों के नागरिकों से अन्य बीमारियों के संदर्भ में भी जानकारी प्राप्त करें। किसी भी नागरिक में कोरोना के लक्षण दिखाई देने पर तत्काल स्वास्थ्य प्रणाली को सूचित किया जाए।
महात्मा फुले जन आरोग्य योजना का लाभ उठाए जनता
पालकमंत्री देशमुख ने स्पष्ट करते कहा- जिले के कंटेन्मेंट जोन घोषित इलाकों में जीवनावश्यक एंव अति आवश्यक सेवाओंं को छोड़कर ओर किसी भी प्रकार की रियायत नहीं दी जाएगी। कंटेन्मेंट जोन सहित मुख्य व आवश्यक स्थानों पर पुलिस विभाग को कड़ी नजर रखनी चाहिए। कोई भी नागरिक बिना किसी आवश्यक काम के घर से बाहर न निकले, जरूरी काम होने पर बाहर जाते वक्त सोशल डिस्टेसिंग एंव मास्क के उपयोग पर विशेष ध्यान दिया जाए।
कोरोना संक्रमण के नमूनों की जांच के लिए गोंदिया के शासकीय मेडिकल कॉलेज में शीघ्र ही परीक्षण प्रयोगशाला शुरू की जाएगी।
बाहरी राज्यों से आने वाले नागरिकों की जानकारी तुरंत जिला प्रशासन को देने का आव्हान करते हुए पालकमंत्री देशमुख ने जिले के नागरिकों से महात्मा फुले जन आरोग्य योजना का लाभ उठाने की अपील भी की।
अन्य राज्यों से 44000 प्रवासी लौटे है
आयोजित बैठक में जिलाधिकारी डॉ. कादंबरी बलकवड़े ने जानकारी देते बताया कि, जिले के बाहर और अन्य राज्यों से 44 हजार प्रवासी नागरिकों का जिले में प्रवेश हुआ हैै।
वर्तमान में 21 कोरोना के एक्टिव मरीज है। शहर के 3 एंव ग्रामीण क्षेत्र के 20 इस तरह कुल 23 इलाके कंटेन्मेंट जोन में है।
48 पॉजिटिव मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके है तथा जिले के विभिन्न संस्थात्मक केंद्रों में 3205 व्यक्तियों को अलग रखा गया है, वहीं 2707 लोगों को होम क्वारेंटाइन किया गया है। जिले में 1286 बिस्तर (बेड) क्षमता के 12 कोविड सेंटर है, मौजुदा वक्त में 337 व्यक्तियों का यहां इलाज चल रहा है। साथ ही क्षयरोग (टीबी) व उच्च रक्तचाप के मरीजों और गर्भवर्ती महिलाओं की भी नियमित जांच किए जाने की जानकारी जिलाधिकारी ने दी।
बैठक में जिलाधिकारी डॉ. कांदबरी बलकवड़े, जि.प. सीईओ डॉ. राजा दयानिधी, पुलिस अधीक्षक मंगेश शिंदे, विधायक मनोहर चंद्रिकापुरे, सहायक जिलाधिकारी रोहन घुगे, अप्पर जिलाधिकारी राजेश खवले, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. श्याम निमगडे, मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. विनायक रूखमोडे, प्रभारी शल्य चिकित्सक डॉ. हिंमत मेश्राम, प्रभारी निवासी उपजिलाधिकारी स्मिता बेलपत्रे, उपजिलाधिकारी सुभाष चौधरी, राहूल खांडेभराड, जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी गणेश घोरपडे, समाज कल्याण के सहायक आयुक्त मंगेश वानखेड़े की उपस्थिती रही।
रवि आर्य