मुंबई: बुधवार सुबह महाराष्ट्र के 4 विधायक कांग्रेस-एनसीपी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए। इनके अलावा कई पूर्व विधायक, नगरसेवक और दोनों ही पार्टियों के कई वरिष्ठ नेताओं को भाजपा की सदस्यता दिलाई गई। विधानसभा चुनावों से पहले इसे कांग्रेस-एनसीपी के लिए एक बड़े झटके के रूप में देखा जा रहा है।
बता दें कि इससे पहले रांकपा प्रमुख शरद पवार दावा कर चुके हैं कि केंद्र सरकार उनकी पार्टी के कई नेताओं को भाजपा में शामिल होने का दबाव बना रही है।
मंगलवार को चारों ने दिया था विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा
मंगलवार को कांग्रेस और राकांपा के चार विधायकों ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। इनमें मुंबई के वडाला विधानसभा से कांग्रेस के विधायक कालीदास कोलंबकर, सातारा से राकांपा के विधायक शिवेंद्र सिंह राजे भोसले, अकोला के राकांपा विधायक वैभव पिचड और नवी मुंबई से राकांपा विधायक संदीप नाईक शामिल थे। इन चारों ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के सामने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
कांग्रेस-एनसीपी में बड़े नेता थे चारों विधायक
कांग्रेस के विधायक कालीदास कोलंबकर सात बार विधायक रह चुके हैं। कभी नारायण राणे के वफादारों में गिने जाने वाले कोलंबकर राणे के साथ ही शिवसेना छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए थे। राणे ने कांग्रेस छोड़कर अपनी पार्टी बनाई, लेकिन कोलंबकर उनकी पार्टी में नहीं गए। हालिया लोकसभा चुनाव में कोलंबकर ने शिवसेना-भाजपा के उम्मीदवार राहुल शेवाले के लिए चुनाव प्रचार किया और शेवाले की जीत हुई।
सातारा विधानसभा सीट से राकांपा के शिवेंद्र सिंह राजे भोसले ने 47,813 वोटों से चुनाव जीता था। वैभव पिचड राकांपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मधुकरराव पिचड के बेटे हैं, जबकि संदीप नाईक राकांपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री गणेश नाईक के बेटे हैं। नाईक भी नई मुंबई मनपा के 52 राकांपा नगरसेवकों के साथ भाजपा में शामिल हुए हैं।