नागपुर: चंद्रपुर में रहने वाला 12 वर्षीय छात्र ऋग्वेद राईकवार स्कूल के बच्चो के बस्ते का बोझ कम करने के लिए आंदोलन करने की तैयारी कर रहा है। ऋग्वेद आगामी 2 ऑक्टूबर के दिन से नागपुर के संविधान चौक पर अनशन पर बैठने की तैयारी में है। मात्र 12 साल का यह छात्र चंद्रपुर के विद्यानिकेतन स्कूल में सातवी कक्षा का विद्यार्थी है। उसके मुताबिक उसके बस्ते के वजन की वजह से उसके स्वास्थ पर विपरीत असर पड़ रहा है। पढाई के साथ-साथ स्कूल ढो कर ले जाने वाला बस्ता उसके जैसे लाखों कम उम्र के विद्यार्थियों के लिए मुसीबत का सबब है। उसकी माँग है कि उसे इस बोझ से छुटकारा मिले इसलिए वो अनशन कर अपनी माँग सरकार तक पहुँचायेगा।
ऋग्वेद ने सात सितंबर 2016 को चंद्रपुर के जिलाधिकारी के माध्यम से अपनी तकलीफ बताते हुए राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े और जिले के पालकमंत्री सुधीर मुनगंटीवार को पत्र लिखा। यह पत्र सरकार को मिल गया जिसकी जानकारी उसे सरकार के माध्यम से प्राप्त पत्र से मिली। पर उसने जो सवाल सरकार से उठाया उसका जवाब उसे नहीं मिला। ऋग्वेद का कहना है कि उसकी छोटीसी माँग को मनाने और नियम बनाकर स्कूली विद्यार्थियों को बोझ से निजाद दिलाने के लिए 15 दिनों का समय काफी था। पर अब तक इस संबंध में कोई फैसला नहीं लिया गया है जिस वजह से वह ये कदम उठाने के लिए मजबूर है। उसकी तैयारी गाँधी जयंती के दिन से अपना आंदोलन शुरू करने की है। नागपुर के संविधान चौक पर आंदोलन के लिए उसने सीताबर्डी थाने में अर्जी भी दी पर उसे इजाजत नहीं मिली है।
ऋग्वेद की कम उम्र को देखते हुए ही पुलिस ने आंदोलन की इजाजत नहीं दी है। पर उसका कहना है वह किसी भी हालात में अपने और बाकि विद्यार्थियों के लिए आंदोलन करेगा। उसके द्वारा उठाया गया सवाल छोटा नहीं है यह कम उम्र के बच्चो की सेहत और भविष्य से जुड़ा हुआ है।