Published On : Tue, May 20th, 2014

सावली : अतिक्रमित ज़मीन पर कब्ज़ा करने आए किसानो को पुलिस ने किया गिरफ्तार

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सावली

सावली तालुका के किसाननगर में मूल निवासी मराठी लोग अतिक्रमित ज़मीन पर खेती करके अपने परिवार का उदरनिर्वाह करने लगे. लेकिन इसी जगह मूल भामता राजपूत लोगों के खेती बर्बाद कर दी. इस बारे में प्रशासन को बार बार शिकायत करने के बाद भी कोई फायदा नहीं हुआ. मंगलवार को श्रमिक यलगार संघटना के नेतृत्व में हज़ारों किसान ज़मीन का हक़ पाने के लिए गए थे लेकिन प्रशासन ने ज़मीन के विवाद में कोई हल निकालने की बजाय 38 किसानों को पुलिस हिरासत में ले लिया. गिरफ्तार हुए लोगों में यलगार संघटना के पदाधिकारियों का भी समावेश है. पुलिस प्रशासन की इस कार्रवाई को गलत बताते हुए संघटना की तरफ से इसका निषेध किया जा रहा है.

गौरतलब है की किसाननगर में राजपूत भामटा समाज के परिवारों के साथ ही दूसरी जाती के 20 परिवार पिछले 30 – 40 सालों से रह रहे है। बाकी जाती के 4 परिवार भूमिहीन होने की वजह से कई सालों से सरकारी ज़मीन पर अतिक्रमण करके अपने परिवार का उदरनिर्वाह कर रहे है. जानकारी है की इन लोगों की फसलों को कुछ भामता राजपूत समाज के लोगों ने बर्बाद कर इन्हे जान से मारने की धमकी दी. इन किसानों का हज़ारों रुपयों का नुकसान हुआ है. ये मामला पुलिस तक पहुंचा और उपविभागीय पुलिस अधिकारी के पास मामला गया. तहसीलदार ने भी इस म,आमले को गंभीरता से नहीं लिया.

गौरतलब है की किसाननगर में गुनहगार प्रवृत्ती के लोग हैं जिसके कारण खेती करने वाले बाकी जाती के लोगों के बीच उनका खौफ है. श्रमिक यल्गार के नेतृत्व में भामटा समाज के लोग ज़मीन को अपने कब्ज़े में लेने के लिए खेत पर गए थे. यहां विवाद ना हो इसलिए पुलिस ने पहले से ही तगड़ा बंदोबस्त कर रखा था. तहसीलदार ने उपविभागीय अधिकारी के आदेश के मुताबिक़ ज़मीन अपने कब्ज़े में करने आए लोगों को हिरासत में लेने का आदेश दिया. पुलिस ने ज़मीन पर कब्ज़ा करने आए किसानो सहित यलगार के पदाधिकारियों को भी हिरासत में लिया.

Representational Pic

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