सारखणी
पिछले साल भारी बरसात होने के बावजूद जंगलों में पर्याप्त मात्रा में तेंदू पत्ता उपलब्ध है, मगर वन विभाग की उपेक्षा के चलते इस साल भी मजदूरों पर बेरोजगारी की तलवार टंगी हुई है. वन विभाग ने अब तक जंगल की नीलामी नहीं की है.
हर साल मजदूर तेंदू पत्ता तोड़कर अपने उदर – निर्वाह का बंदोबस्त करते हैं, मगर न तो पिछले साल और न ही इस साल अब तक इस इलाके में वन की नीलामी हुई है. तेंदू पत्ता तोड़ाई का मौसम अब खत्म होने को है. ऐसे में मजदूरों पर भुखमरी की नौबत आ गई है.
दरअसल हर साल अप्रैल, मई महीने में खेती के काम नहीं होने के कारण खेत मजदूर जंगल – जंगल भटककर तेंदू पत्ता का संकलन करते हैं और उसे बेचकर अपनी रोजी-रोटी का जुगाड़ करते हैं. मजदूरों ने जंगल की नीलामी कर तत्काल उन्हें भुखमरी से बचाने की मांग वन विभाग से की है.